भिलाई। ऑनलाइन सट्टा एप महादेव बुक के मास्टरमाइंड के खिलाफ मुश्किलें बढ़ने वाली है। दुर्ग पुलिस के बाद ईडी ने भी केस दर्ज कर लिया है। ऑनलाइन के जरिए सट्टा चला रहे दुर्ग के रैकेट गेमिंग एप को शुरू करनेवाले दुर्ग के पर पुलिस के बाद केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फेमा का केस दर्ज कर लिया है। सौरभ चंद्राकर, रवि उत्पल, कपिल चेलानी समेत अन्य कई लोगों पर मामला बना है।

- बता दें कि, अब तक महादेव बुक के मास्टरमाइंड की सूची में सौरभ चंद्राकर, रवि उत्पल, राजगुप्ता, नितिश दीवान, रोहित तिर्की, कपिल चेलानी, सतनाम, सन्नी सिंह, कुसवंत, नसीम समेत कई बड़े प्लेयर का नाम सामने आ चुका है।
- फेमा का केस यह एप हैदराबाद के इंजीनियर से इसलिए किया गया है, क्योंकि ईडी को बनवाया गया है।

- आज दैनिक भास्कर ने रायपुर से खबर ब्रेक किया है। जिसमें बताया है कि ईडी ने फेमा के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
- ऑनलाइन गेमिंग संकेत मिले हैं कि ऑनलाइन गेमिंग एप अलग-अलग नाम से भी चल से विदेशों में 5 हजार करोड़ रुपए रहे हैं।
- सोशल मीडिया में प्रचार से ज्यादा का लेन-देन किया गया है।

- इसमें जिन खातों का उपयोग किया गया है, वे शैल कंपनियों के निवेश की बातें आई हैं।
- खबर है कि ऑनलाइन सट्टे के इस एप को शुरू किया?
- इसमें गेमिंग को लेकर दुर्ग के एक व्यक्ति कौन-कौन शामिल हैं?
- उनके नाम समेत शिकायत दर्ज कराई है।
- इस 7 पन्नों की एक शिकायत ईडी से की गई है।

- राज्य में कौन लाइजनिंग कर इस अवैध काम को संरक्षण दे रहे हैं, किन लोगों को संरक्षण है और उन्हें कितना पैसा पहुंचाया जा रहा है।
- इन एंगलों से जांच की मांग की गई थी।
- ईडी ने 9 दिसंबर को दुर्ग पुलिस को एक चिट्ठी लिखी थी।
- इसमें ऑनलाइन सट्टा एप पर हुई कार्रवाई, एफआईआर और चार्जशीट की कॉपी मांगी थी।

- सहायक निदेशक (ईडी) की ओर से सुपेला पुलिस को यह मेल पहुंचा था।
- सुपेला पुलिस से दस्तावेज इसलिए मांगे गए, क्योंकि ईडी को सूचना थी कि ऑनलाइन गेमिंग एप चलाने वाले दुर्ग-भिलाई के ही हैं।
- पहली कार्रवाई वहीं जुआ एक्ट में की गई थी।

- मेल में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 54 के तहत सूचना मांगी गई है।
- गौरतलब है, दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर में पिछले तीन माह से ऑनलाइन गेमिंग पर जुआ एक्ट की कार्रवाई चल रही है और 250 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- हालांकि इसमें कोई बड़ा नाम नहीं है।
- पता चला है कि ईडी ऐसे ही लोगों को घेरने की तैयारी में है।
