इस्पात मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति में BSP के CGM भी शामिल: सेफ्टी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दिशा-निर्देश तैयार करती है समिति…नई दिल्ली में हुई बैठक, कई बिंदुओं पर चर्चा

भिलाई। भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय द्वारा इस्पात क्षेत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर एक सुरक्षा विशेषज्ञों की समिति का गठन किया है जो मंत्रालय को प्रक्रिया आधारित सुरक्षा हेतु दिशा निर्देश तैयार करने में सहयोग करेगा। इसमें सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) जी पी सिंह को इस समिति में महत्वपूर्ण विशेषज्ञ सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। बीएसपी के जी पी सिंह सेल के सभी संयंत्रों से एक मात्र विशेषज्ञ सदस्य है। इसके अतिरिक्त सेल सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन के ईडी आशीष चक्रवर्ती, इसके कन्वेनर तथा मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा) एसएसओ, श्री एस वशिष्ठ इसके सदस्य के रूप में शामिल किए गए है।

सेल के अतिरिक्त इस महत्वपूर्ण सुरक्षा समिति में एनएमडीसी, मेकॉन, आरआईएनएल, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू, आर्सेलर मित्तल, जेएसपीएल, इंडियन स्टील एसोसिएशन, आईआईटी खड़गपुर, एनआईएसएसटी के प्रतिनिधि सदस्य शामिल है।

03 जनवरी 2023 को इस्पात मंत्रालय के स्टील रूम में इस सुरक्षा समिति की अहम बैठक आयोजित की गई। जिसमें इस्पात प्रक्रिया पर आधरित सुरक्षा दिशा निर्देश तैयार करने हेतु गहन विचार विमर्श किया गया। इसके साथ ही इस्पात प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर सुरक्षा निर्देश बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस माध्यम से इस्पात निर्माण की प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। इसके तहत मानव मशीन और पर्यावरण की सुरक्षा परिसम्पतियों का प्रबंधन, दुर्घटना जांच प्रक्रिया मानव संसाधन का प्रशिक्षण उसकी प्रभावशीलता तथा सुरक्षा प्रदर्शन के इंडीकेटर्स को शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त सुरक्षा डेटाबेस के निर्माण के लिए दिशा निर्देश और सक्रिया डेटा संग्रह के साथ-साथ 13 प्रक्रिया आधारित सुरक्षा दिशा निर्देश तैयार करने की जिम्मेदारी इस समिति में शामिल विशेषज्ञ सदस्यों को प्रदान की गई है। साथ ही यह समिति विश्व के सर्वाधिक सुरक्षित प्रक्रियाओं का अध्ययन कर इसका भी समावेश करेगा।

इस बैठक में बीएसपी के कार्यकारी मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) श्री जी पी सिंह, ब्लास्ट फर्नेस प्रोसेस बेस्ड सेफ्टी हेतु दिशा निर्देश बनाने हेतु लीडर बनाए गये है। इसके अतिरिक्त श्री सिंह एसएमएस, सिंटर प्लांट, हाॅट रोलिंग मिल्स, कोल्ड रोलिंग मिल्स, काॅन्ट्रेक्टर सेफ्टी मैनेजमेंट हेतु दिशा निर्देश बनाने के लिए बनाए गए उप-समिति में सदस्य के रूप में अपना योगदान देंगे।

विदित हो कि श्री जी पी सिंह भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु कई अभिनव पहल प्रारंभ किया है जिनमें प्रमुख है सेफ्टी सर्कल तथा सेफ्टी वाॅरियर, जीरो टाॅलरेंस नियम जैसे कार्य। श्री सिंह के नाम कई पेंटेंट व काॅपीराइट दर्ज है। इसके अतिरिक्त उन्हें अपने इनोवेटिव कार्यों के लिए 4 बार राष्ट्रीय विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। श्री सिंह जापान, चीन व भारत में आयोजित क्वालिटी सर्कल के अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन में भी अपनी प्रतिभा दिखा चुके है।

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