दुर्ग। धीरे-धीरे शिवनाथ नदी का जल स्तर कम हो रहा हैं। पुलगांव में नदी पर बने पुराने पुल से भी पानी निचे उतर गया है। फ़िलहाल पुल से वाहनों की आवाजाही अभी भी बंद है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने मौके का राजस्व और अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, योगेश सूरे और निगम अमला के साथ निरीक्षण किया। मंगलवार को मोंगरा जलाशय से शिवनाथ नदी में 2 लाख 13 हजार 878 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। डुबान क्षेत्र में बाढ़ से जनजीवन पर काफी गहरा असर पड़ गया था।

जल स्तर कम होने से डुबान क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। इस दौरान अधिकारियों ने मौके का मुआयना कर लोगों को समझाइश दी। महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त लोकेश चन्द्राकर के निर्देश पर देर रात से नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा बाढ़ से निपटने की पुख्ता व्यवस्था होने से निगम क्षेत्र में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। जल स्तर कम होने से बड़े पुल से आवाजाही जल्द शुरू हो जावेगा। डुबान क्षेत्र के निवासियों को अधिकारियों द्वारा अपील कर बताया कि मोगरा से छोड़ा हुआ पानी एवं स्थानीय नालों से भी पानी अभी भी नदी में आ रहा है।

शिवनाथ नदी के छोटे पुल पर दोनों तरफ बैरिकेट लगाकर लोगों को आने-जाने से अभी भी रोका गया हैं, वहीं दुर्ग शहर के महापौर धीरज बाकलीवाल ने उपस्थित लोगों को कहा कि शिवनाथ नदी के छोटे पुल की ओर अभी न जाएँ। छोटे पुल पर वाहनों की आवाजाही पर रोक है। बाढ़ के दौरान बैरिकेडिंग की गई थी। बैरिकेट के पास सुरक्षा हेतु पुलिस जवान तैनात किया गया है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने लोगो से की अपील की है की शिवनाथ नदी किनारे सेल्फी लेने जैसे जोखिम न उठाएं।
