दुर्ग। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय दुर्ग (छ.ग.) की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा सात दिवसीय कैंप का आयोजन ग्राम बोरई के प्राथमिक शाला में किया गया, जिसमें स्थानीय समाज और छात्रों की भागीदारी से कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद सदस्य श्रीमती भाना बाई ठाकुर, सरपंच श्रीमती पदमा टीकम बाई, उपसरपंच लोचन सिन्हा, और अन्य प्रमुख व्यक्तित्वों की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद जी की पूजा अर्चना से की गई।

इस अवसर पर, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने ग्राम में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न नारों के साथ रैली निकाली, जिनमें साक्षरता, नशा मुक्ति और पर्यावरण संरक्षण के बारे में संदेश दिए गए। इसके बाद, प्राथमिक शाला बोरई के प्रांगण में स्थित दलदलीय क्षेत्र को राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने अपने अथक प्रयासों से बाल उद्यान में बदल दिया। इस 2000 स्क्वायर फीट क्षेत्र में अब किचन गार्डन, औषधीय पौधे, फूलों वाले पौधे और पाम ट्री लगाए गए हैं।

बाल उद्यान में नाली व्यवस्था की गई ताकि पानी का उचित प्रवाह हो सके, और इसे जानवरों से सुरक्षित रखने के लिए तारों से घेरा गया है। उद्यान के बीच में “आई लव इंडिया” का प्रतीक और तिरंगा भी बनाया गया। इसके अलावा, यह उद्यान विज्ञान से संबंधित जानकारी देने वाले चित्रों से सजाया गया, ताकि बच्चे पौधों और उनके महत्व को सीख सकें। इस बाल उद्यान का उद्घाटन प्राथमिक शाला की सबसे छोटी बच्ची द्वारा किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक, महाविद्यालय के शिक्षक और NSS के स्वयंसेवक शामिल हुए। महाविद्यालय के प्राचार्य श्री विकास पंचाक्षरी और अन्य शिक्षकगण भी इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बने।
