BSP वर्कर्स यूनियन का सख्त विरोध, कर्मियों के प्रमोशन रोकने पर उठाए सवाल

भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने कर्मियों के प्रमोशन रोकने के मामले में सख्त नाराजगी जताई है। यूनियन ने सवाल उठाया है कि “किसी ने गलती की तो सजा किसी और को क्यों?” और प्रबंधन से स्पष्ट स्थिति देने की मांग की है। यूनियन ने कहा कि प्रबंधन को ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे भिलाई इस्पात संयंत्र का शांतिपूर्ण वातावरण प्रभावित हो। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि प्रबंधन हमेशा से कहता रहा है कि भिलाई इस्पात क्षेत्र के कर्मचारी शांतिप्रिय और अपने काम से जुड़े होते हैं।

यूनियन का कहना है कि अगर कुछ कर्मी हड़ताल में शामिल हुए थे, तो उन्हें गुमराह किया गया था, क्योंकि बार-बार यह दावा किया गया कि हड़ताल पूरी तरह से वैध है। अब, अगर प्रबंधन इसे अवैध मानता है, तो उन्हें स्पष्ट रूप से कर्मियों को बताना चाहिए था कि हड़ताल क्यों अवैध थी। इसके साथ ही, यूनियन ने यह भी सवाल उठाया कि गुमराह करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि शांतिप्रिय कर्मियों को धोखा देने के बजाय, उनके प्रमोशन और अन्य अधिकारों को बहाल किया जाना चाहिए।

उन्होंने मांग की कि जो कर्मियों को गुमराह कर रहे थे, उन पर कार्रवाई हो और कर्मियों पर किए गए अनुशासनात्मक कदम वापस लिए जाएं। यूनियन ने कहा कि कर्मियों को जल्द प्रमोशन दिया जाए। इस बैठक में प्रमुख रूप से यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता, विमल कुमार पाण्डेय, शिव बहादुर सिंह, दिलेश्वर राव, मनोज डडसेना, सुरेश सिंह, अमित बर्मन, लूमेश कुमार, प्रदीप सिग, संदीप सिंह, कृष्णमूर्ति, नितिन कश्यप, राजकुमार, कूंते लाल साहू आदि उपस्थित थे।