रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं विधायक देवेंन्द्र यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा जारी किए गए बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें चुनौती देते हुए कहा है कि क्या रमन सिंह जी इसी ईडी से चिटफंड घोटाले की जांच का समर्थन करेंगे?
आज देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, रमन सिंह जी की अपनी पार्टी है तो रमन सिंह इतने ही पाक साफ है तो जांच का समर्थन करें।
हमारे नेता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड घोटाले की जांच कराए जाने की अपील की थी लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया।
छत्तीसगढ़ के 6500 करोड़ के अधिक की राशि उक्त चिटफंड कंपनियां लेकर गायब हो गयी। जिनका उद्घाटन रमन सिंह और उनके बेटे किया करते थे।
इनके मंत्री भाजपा के नेता चिटफंड कंपनियों के दफ्तरों का फीता काटते घूमते थे यह बात पूरी छत्तीसगढ़ की जनता जानती है इसलिए उन्होंने रमन सिंह और उनके बेटे को साइड लगा दिया।
आज एक तरफ जहां रमन सिंह और उनके बेटे द्वारा विदेशों में निवेश और बैंक खातों में पैसे जमा करने के मामले सार्वजनिक हो चुके हैं ऐसे में उनकी जांच कराने के बजाय केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी को फंसाने का काम किया जा रहा है लेकिन सच छुपाता नहीं है वह और अधिक मजबूती से उभरकर सामने आता है।
यदि रमन सिंह में हिम्मत नहीं है कि इस चुनौती को स्वीकार करें क्योंकि उनका पूरा परिवार इन मामलों में लिप्त है। पूरा प्रदेश जानता है नान घोटाला डायरी में सीएम मैडम कौन है? डीकेएस अस्पताल में इनके दामाद पुनीत गुप्ता का कब्जा हुआ करता था जहां करोड़ो रूपये की खरीदी बिक्री की धांधली उनके द्वारा की गई।
रमन सिंह ने अपने कुनबावाद के चक्कर में प्रदेश को पीछे धकेलने का काम किया है जिसका राजफाश अब जनता के समक्ष हो चुका है। आज उन्हें सार्वजनिक जीवन में सन्यास लेने की चुनौती देने की जरूरत नहीं क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता ने 2018 में ही उन्हें सन्यास दिला दिया था।