भिलाई। नकली सोना दिखाकर बैंक से ठगी करने के मामला सामने आया है। बैंक प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने व्यावसायी को गिरफ्तार किया है। व्यावसायी के खिलाफ धारा 420,511 के तहत जुर्म दर्ज किया है।
अंजोरा पुलिस ने बताया कि वार्ड नंबर 11 रामनगर निवासी हरजोत सिंह आईसीआईसीआई बैंक शाखा अंजोरा में शाखा प्रबंधक है। 13 जुलाई को एक व्यक्ति बैंक में पहुंचा और गोल्ड लोन लेने की बात कही।
उसे आईसीआईसीआई की शाखा गंज चौक राजनांदगांव जाने की हिदायत दी गई। अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि राजनांदगांव बैंक में सर्वर नहीं होने के कारण वह अंजोरा शाखा में जेवरात रखकर लोन लेने के लिए पहुंचा है।
बैंक शाखा प्रबंधक ने अज्ञात से पूछताछ करने पर उसने दरोगा चाल नंदन कुआं वार्ड 31 राजनांदगांव निवासी राजेश लुनिया पिता सुरेशचंद्र लुनिया बताया। प्रबंधक ने जब राजेश लुनिया को गोल्ड दिखाने के लिए कहा तो उसने स्वयं के पास 400 ग्राम के जेवरात होना बताया। फिर बैंक प्रबंधक ने गोल्ड को चेक करने पर संदेह हुआ।
गोल्ड के जानकार परिचीत कंगना ज्वेलर्स पावर हाउस के संचालक रितेश कुमार सोनी को बुलाया। निरीक्षण करने पर उक्त जेवरात को नकली होना पाया। तब प्रबंधक ने आईसीआईसीआई बैंक शाखा राजनांदगांव मैनेजर को इसके बारे में बताया गया।
तब पता चला कि 27- 28 अप्रैल और 28 जून को 4 बार आरोपी राजेश ने गोल्ड रखकर 48 लाख 9 हज़ार 984 रुपए लोन के रूप में लिया है। जब उक्त गोल्ड की जांच की गई तो सभी जेवरात नकली पाई गई। आरोपी ने बैंक से ठगी व आर्थिक क्षति मानते हुए बैंक प्रबंधन ने शिकायत किया था।
मामले में अंजोरा चौकी प्रभारी सुधांशु बघेल ने बताया कि, शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी राजेश लूनिया को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। आरोपी द्वारा अंजोरा स्थित बैंक से 13 लाख रुपए लोन की योजना योजना थी।