सक्ती। जिले में कोलाहल अधिनियम के तहत तेज आवाज में गाना बजा रहे धुमाल पर कार्रवाई करते हुए उनके अन्य उपकरण को भी जब्त किया गया। उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप कोलाहल और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले डीजे, धुमाल जैसे भारी ध्वनि उत्पन्न करने वाले उपकरणों से आम जनों को हो रही परेशानी को देखते हुए उच्चाधिकारियों द्वारा कारवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस अधीक्षिका अंकिता शर्मा के द्वारा जिले भर में ऐसे डी जे, धूमाल, बड़े स्पीकर लेकर जोर-जोर से बजाकर आम जनों, वृद्धों और बीमारों, स्कूली बच्चों को परेशान करने वालो के विरुद्ध कारवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसपी के निर्देश के बाद एएसपी गायत्री सिंह ने परिपालन में स्वयं पर्यवेक्षण करके ऐसे लोगो के विरुद्ध कारवाई करवा रही हैं।
सक्ती पुलिस ने थाने में क्षेत्र के समस्त डी जे संचालकों की मीटिंग करके उन्हे इन उपकरणों का प्रयोग ना करने की समझाइश दी है, और ग्राम कोटवारों के माध्यम से सभी जगह मुनादी करकर उसकी सूचना भी जगह जगह पहुंचाई गई है। पूर्व में इस संबंध में सभी को जानकारी दी जा चुकी है कि बिना अनुविभागीय अधिकारी की अनुमति के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्राय पूर्णत: वर्जित है, और डीजे, धूमाल जैसे बड़े उपकरण की अनुमति भी नही दी जाएगी।
फिर भी कई लोग आम जनों की परेशानी को नही समझकर कोलाहल फैलाने से बाज नहीं आ रहें हैं। ऐसी ही एक सूचना रात को सक्ती पुलिस को सुचना प्राप्त हुई की, अखराभाता इलाके में एक डीजे के मध्यम से विवाह समारोह में जोर-जोर से गाना बजाकर आम जनों के मध्य ध्वनि प्रदूषण कोलाहल फैला रहा है, जिससे आसपास के रहवासियों को परेशानी हो रही है। सक्ती पुलिस ने तत्काल चेक करते हुए, 8 बड़े लाउडस्पीयर्स लगे हुए डीजे सिस्टम,और 2 नग बेस एंप्लीफायर के बडे स्पीकर बॉक्स भी थे,और जिनसे तेज आवाज में म्यूजिक बजाया जा रहा था को जप्त कर कोलाहल निवारण अधिनियम की धाराओं में कारवाई की है।
सीजेएम न्यायालय में इस्तगासा पेश किया है। जहां से अग्रिम करवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षिका अंकिता शर्मा ने कहा है कि,कोलाहल एवम ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले के विरुद्ध ऐसी करवाई सतत जारी रहेगी। सक्ती पुलिस ने अपील की है की विवाह समारोह वाले ध्यान दें,की वे डीजे का इस्तेमाल न करें, नही तो पुलिस कार्रवाई से उनके समारोह में भंग पड़ सकता है। इस कार्रवाई में थाना सक्ती के एएसआई नजरियस एक्का, एचसी अजय कुर्रे, आनंद कंवर, मनोज जाना, सरजू सिदार, आरक्षक मनोज, राघवेंद्र भगत दीपक, टंडन, ज्वाला का विशेष योगदान रहा।