नंदनी रोड में बुलडोजर कार्रवाई पर बवाल के बाद नए निगम कमिश्नर स्पॉट पर पहुंचे, कलेक्टर ने दिए थे निर्देश… सड़क किनारे अतिक्रमण पर हुई थी कार्रवाई, अब सौंदर्यीकरण का होगा काम

भिलाई। भिलाई निगम क्षेत्र के नंदनी रोड में स्थित करुणा अस्पताल से लेकर छावनी थाने तक सड़क एवं सर्विस रोड पर हुए अतिक्रमण को हटाने का कार्य किया गया था। जिसका निरीक्षण करने कलेक्टर रिचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार नगर निगम भिलाई आयुक्त बजरंग दुबे पहुंचे, किस प्रकार से स्थल को व्यवस्थित किया जाए। इस संबंध में जोन आयुक्त बीके वर्मा से चर्चा किये। आयुक्त ने निर्देश दिया कि पूर्व में की बेदखली की कार्रवाई स्थल का एक अच्छा लेआउट बनाकर डायग्राम के साथ प्रस्तुत किया जावे। जिसमें पेवर ब्लॉक हो, वृक्षारोपण हो, वृक्ष ऐसे हो जो घने हो, ज्यादा बड़े ना हो, सुंदर दिखे, लाइटिंग व्यवस्थित हो।

प्लानिंग इस प्रकार किया जाए की आगामी लंबे अवधि तक व्यवस्थित रहे। जिससे आम नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चले, बाजार में आने-जाने वालों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। वृक्षारोपण का कार्य शीघ्र अति शीघ्र शुरू किया जावे। पुनः अतिक्रमण न हो अवस्थित रहे। आयुक्त बजरंग दुबे ने चर्चा के दौरान निर्देश दिया कि हम निगम की कार्य प्रणाली ऐसी बनाएं जिससे यहां पर काम कराने आने वाले नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। उनको पूरी जानकारी मिले, जो भी व्यक्ति निगम में आए निगम के कार्य से संतुष्ट होकर जाएं। उसे पूरी जानकारी मिले, कहां पर किस विभाग में काम होना है। उसे विभाग में जाने पर उसका काम होना चाहिए। उसे भटकना न पड़े। हमारी प्राथमिकता होगी नागरिकों की संतुष्टि।

आपको बता दें, नगर निगम भिलाई के तत्कालीन कमिश्नर देवेश ध्रुव के स्थानांतरण के बाद प्रभार मिलने के दो दिन में ही बगैर जानकारी की गई तोड़फोड़ कार्रवाई का बड़ा असर देखने को मिला था। इस मामले को लेकर नाराज़ वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने 20 सितंबर की शाम नगरीय निकाय मंत्री और उप मुख्यमंत्री अरूण साव से व्यापक चर्चा की थी, वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ हुई बैठक के बाद भिलाई नगर निगम को नए कमिश्नर दिए गए। बता दें कि दुर्ग जिला में पदस्थ (अपर कलेक्टर) और उप जिला निर्वाचन अधिकारी बजरंग दुबे को भिलाई नगर निगम का कमिश्नर बना दिया गया है। गौरतलब हो कि भिलाई में तात्कालीन कमिश्नर ने जिन फल व्यवसायियों और ठेले खोमचों को अन्यत्र व्यवस्थापन बाद मौके से हटाने कहा था उन्हें 20 सितंबर को प्रभारी अधिकारी ने तोड़ फोड़ करवा कर दरकिनार कर दिया है। पूर्व सहमति के मुताबिक जहां फिलहाल तोड़फोड़ नहीं होनी थी वहीं बिना विधायक की जानकारी बुलडोजर चलवा दिए जाने का मामला गरमा गया था।


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