- तीन दिन पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था
मोगा। फरार खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. पंजाब पुलिस ने मोगा से अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने अमृतपाल को मोगा के रोड़े गांव के एक गुरुद्वारे से गिरफ्तार किया है. आपको बता दें अमृतपाल सिंह अजनाला कांड के बाद से ही फरार था. पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापेमारी भी की थी लेकिन वो पकड़ में नहीं आ सका था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमृतपाल सिंह को एयरलिफ्ट कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजा जा रहा है. ये वही जेल हैं जहां उसके कई साथियों को भी रखा गया है. अमृतपाल सिंह पर सरकारी कार्रवाई में बाधा डालने, शांति भड़काने जैसे कई संगीन अपराध दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि, अमृतपाल सिंह ने सरेंडर किया है. हालांकि पुलिस ने इसे गिरफ्तारी का एंगल दिया है.
कई राज्यों में था अलर्ट
18 मार्च 2023 से फरार चल रहे अमृतपाल सिंह को अरेस्ट करने के लिए कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया था. यहां तक कि नेपाल पुलिस ने भी उसको अपनी सर्विलांस लिस्ट में डाल रखा था. क्योंकि बीच में खबर आई थी कि अमृतपाल नेपाल के रास्ते हुए पाकिस्तान भागने की प्लानिंग में था.
पंजाब पुलिस ने की पुष्टि
चर्चा है कि, अमृतपाल सिंह एक दिन पहले मोगा पहुंच गया था. अमृतपाल सिंह को लेकर अब पंजाब पुलिस का बयान भी सामने आया है. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि ट्वीट कर के भी की है. पंजाब पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.
कई समर्थक पहले से हो चुके है गिरफ्तार
अमृतपाल सिंह के सरेंडर से पहले पुलिस ने 10 अप्रैल को उसके करीबी सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह को अरेस्ट किया था. पप्पलप्रीत वो शख्स था जो फरारी के दौरान अमृतपाल सिंह के साथ रहा था. पप्पलप्रीत को भी गिरफ्तार कर असम की जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. अमृतपाल सिंह के गिरफ्तार सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है.
अमृतपाल की पत्नी 3 दिन पहले हुई थी अरेस्ट
अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को पंजाब पुलिस ने एयरपोर्ट से अरेस्ट किया था. किरणदीप लंदन जाने की तैयारी में थी, लेकिन उड़ान भरने से ठीक पहले पुलिस ने एयरपोर्ट से ही उसे गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, बाद में पुलिस ने किरणदीप को छोड़ दिया था. अमृतपाल पाल कुछ महीने पहले ही दुबई (UAE) से वापस पंजाब आया था और तब से वो वारिस पंजाब दे संगठन की मुखिया की जिम्मेदारी संभाल रहा था.
पुलिस को दी थी चुनौती
अमृतपाल सिंह के कई वीडियो भी सामने आए थे. 29 मार्च को जारी एक वीडियो में अमृतपाल सिंह ने कहा कि था कि उसका कोई भी बाल बांका नहीं कर सकता है. उसने कहा था कि उसके ऊपर सच्चे पातशाह की कृपा है. सच्चे बादशाह ने कठिन समय में हमारी परीक्षा ली है, लेकिन ऊपर वाले ने बहुत साथ दिया है.
क्या है अजनाला कांड जिसके बाद चर्चा में आया अमृतपाल
अजनाला की हिंसा के बाद अमृतपाल सिंह पहली बार चर्चा में आया. 23 फरवरी को अजनाला में उस समय तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी जब अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ अमृतपाल सिंह ने अपने सहयोगी की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए थाने में घुस गया था. पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो हिंसा भड़क उठी. जिसमें कई पुलिस वाले चोटिल भी हो गए थे.