दुर्ग पुलिस लाइन का एनुअल इंस्पेक्शन: IG राम गोपाल गर्ग ने किया निरक्षण… SP जितेंद्र शुक्ला रहे साथ

दुर्ग। दुर्ग IG राम गोपाल गर्ग, (भापुसे.) ने रक्षित आरक्षी केन्द्र, दुर्ग का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस महानिरीक्षक ने परेड का निरीक्षण किया और विशेष रूप से अच्छे वेषभूषा धारण करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कृत किया। यह कार्यक्रम पुलिस के बेहतर कार्यों को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।

पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग ने निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक भवन में स्थित विभिन्न शाखाओं का भी निरीक्षण किया। इनमें गणवेश शाखा, सुरक्षा उपकरण शाखा, पुलिस साख सहकारी समिति बैंक, वाहन शाखा, महिला कल्याण केन्द्र, यात्रा भत्ता शाखा, कैश शाखा, रोजनामचा शाखा, और अन्य शाखाएँ शामिल थीं। इन शाखाओं के प्रभारी अधिकारियों और कर्मचारियों से उनके कार्यों की जानकारी प्राप्त की गई, और उनके कार्यों की समीक्षा की गई।

इस दौरान, पुलिस महानिरीक्षक ने अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत की और कहा कि दुर्ग जिला पुलिस का राज्य में महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि राजधानी रायपुर के बाद दुर्ग जिला राज्य में दूसरे स्थान पर आता है। दुर्ग जिला पुलिस ने लोक सभा चुनाव, नगर पालिका निगम चुनाव और पंचायत चुनाव को निर्विघ्न और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया, जो एक बड़ी उपलब्धि थी।

पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस मुख्यालय, रायपुर द्वारा जारी निर्देशों के तहत राज्य के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी और अधिनस्थ स्टाफ को हमेशा अपने निर्धारित वेशभूषा में रहना चाहिए, क्योंकि इससे आत्मसम्मान में वृद्धि होती है और पुलिस की छवि भी बेहतर होती है। वेषभूषा की इस महत्वता को समझाते हुए उन्होंने कहा कि वर्दी पहनने से पुलिसकर्मियों को अधिक आत्मविश्वास मिलता है, और यह जनता में भी पुलिस का एक अच्छा प्रभाव छोड़ता है।

पुलिस महानिरीक्षक ने यह भी कहा कि थाने में रिपोर्ट लिखवाने आने वाले व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। यदि कोई आगंतुक थाने में आता है, तो उसे उचित मार्गदर्शन देना चाहिए और थाना प्रभारी को इस बारे में जानकारी देनी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने थाना प्रभारी को यह निर्देश दिया कि जब वे थाने में प्रवेश करें, तो सबसे पहले वे डीओ/एनओ अधिकारी, मुंशी या मददगार से जानकारी प्राप्त करें कि उनकी अनुपस्थिति में कोई मामला आया था या नहीं, और उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाए।

इस निरीक्षण के दौरान कई अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। इनमें जितेन्द्र शुक्ला, (भापुसे.), पुलिस अधीक्षक, जिला दुर्ग, अभिषेक झा, अति. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जिला दुर्ग, सुखनंदन राठौर, अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) जिला दुर्ग, चिराग जैन, (भापुसे.) नगर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग, राहुल बंसल, (भापुसे.), नगर पुलिस अधीक्षक, भिलाई नगर, हरीश पाटिल, नगर पुलिस अधीक्षक छावनी, अनुप लकड़ा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पाटन, चन्द्रप्रकाश तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक (लाईन) जिला दुर्ग, हेमप्रकाश नायक, उप पुलिस अधीक्षक (पुलिस कार्यालय) जिला दुर्ग, नीलकंठ वर्मा, रक्षित निरीक्षक, जिला दुर्ग और जिले के समस्त थाना/चैकी प्रभारी और रक्षित केन्द्र दुर्ग के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।

उक्त निरीक्षण में पुलिस महानिरीक्षक ने सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से उनकी समस्याओं और सुझावों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी और कर्मचारी अच्छे कार्य करते हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत और लगन को पहचाना जाएगा, और उनका उत्साहवर्धन किया जाएगा। पुलिस महानिरीक्षक ने अपने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को उनके कार्यों में और अधिक सुधार लाने के लिए दिशा-निर्देश भी दिए और यह सुनिश्चित किया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी में ईमानदारी और निष्ठा से काम करें।

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