शराब घोटाले में भिलाई के कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन और आबकारी विभाग अफसर त्रिपाठी को नहीं मिली राहत; स्पेशल कोर्ट ने दोनों को फिर से ED के रिमांड में भेजा; कल ED ने 122 करोड़ की संपत्ति की थी अटैच

रायपुर, भिलाई। छत्तीसगढ़ में ED (प्रवर्तन निदेशालय) की कार्रवाई लगातार जारी है। सोमवार को ED ने शराब घोटाले के मामले में अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी, और IAS अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की है। इस मामले में प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसी घोटाले में आज ED ने दो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। इनमें आबकारी विभाग के बड़े अफसर ए पी त्रिपाठी और शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन (पप्पू ढिल्लन) शामिल थे।

करीब 2 घंटे चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों को ED की रिमांड पर फिर से भेज दिया है। करीब 10 दिनों से दोनों ED की रिमांड पर रह चुके हैं। मंगलवार बचाव पक्ष के वकीलों ने राहत मिलने पर जोर लगाया। मगर बात नहीं बनी। इन्हें राहत नहीं मिली और फिर से पूछताछ के लिए ED इन्हें अपने साथ ले गई। अदालत ने त्रिलोक को 2 दिन और एपी त्रिपाठी को 3 दिन की रिमांड पर सौंपा है।

रायपुर में न्यायधीश अजय सिंह की स्पेशल कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दावा किया गया कि इन्हें कस्टडी में रखकर ही पूछताछ की जा सकती है। ED को शराब घोटाला मामले में कुछ अहम दस्तावेज और ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है जो ढिल्लों और ए पी त्रिपाठी की जानकारी में है। इन्हीं से संबंधित पूछताछ के लिए अदालत से समय मांगा गया, जो मिल गया। प्रवर्तन निदेशालय ने प्रदेश में 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाला होने का दावा किया है। जिसमें इन आरोपियों की संलिप्तता बताई गई है।

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