भिलाई निगम ने हटाया सूर्या विहार का मेन गेट: मेन रोड में प्राइवेट गेट लगाने की शिकायत पर हुई कार्रवाई… कॉलोनी के आगे बन रहे कई बड़े प्रोजेक्ट्स

भिलाई। भिलाई के सबसे पोर्श कॉलोनियों में से एक जुनवानी क्षेत्र में स्थित सूर्या विहार का गेट विवाद अब अंजाम तक पहुंच गया है। भिलाई निगम ने सूर्या विहार का गेट निकाल दिया है। दरहसल जहां गेट लगा था वो मेन रोड है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि 25 साल पहले 100 फिट चौड़ी मेन रोड को घेरकर कालोनीवासियों ने यहां गेट लगा दिया था। अब इसकी शिकायत हुई है तो गेट हटाकर सड़क को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है।

भिलाई निगम के जोन-1 ऑफिस से रेसीडेंट्स एसोसिएशन ऑफ़ सूर्या विहार कॉलोनी जारी लेटर में उल्लेख है कि, आपकी संस्था के द्वारा सूर्या मॉल चौक से पुलिस हाऊसिंग कालोनी, सिंगापुर सिटी एवं गुरूकुल स्कूल आने-जाने वाले मुख्य मार्ग (एम.आर. रोड़) पर अनाधिकृत रूप से गेट लगाया गया है।
अतः आपको इस पत्र के माध्यम से सूचित किया जाता है कि सात दिवस के भीतर मुख्य मार्ग पर लगाये गये गेट को स्वयं से हटाकर मयफोटोग्राफ अधोहस्ताक्षरकर्ता को सूचित करें। अन्यथा की स्थिति में न.पा.नि. भिलाई द्वारा नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी आप स्वयं की होगी।

बीएसबीके कालोनाइजर्स कंपनी के द्वारा सूर्या विहार कालोनी का निर्माण किया गया था। कालोनी के ठीक बगल से टीआई सूर्या मॉल स्थित है। जब यह कालोनी बनी तो उसके पीछे किसी तरह की बसाहट नहीं थी। इसको देखते हुए कॉलोनी निर्माण करने वाले ने यहां से गुजर रही पीडब्ल्यूडी की एमआर 24 सड़क को घेरकर उसमें गेट लगा दिया। गेट लगने से ऐसा लग रहा था मानो यह सड़क कालोनी की निजी रोड है। वर्तमान में इस कालोनी के पीछे चौहान बिल्डर्स द्वारा एक नया मॉल से लेकर कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं।

इसके लिए उन्होंने निगम, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग व राज्य शासन से परमिशन भी ले ली है। इसके चलते सूर्या विहार कॉलोनी की सड़क से बाहरी लोगों का आना जाना भी शुरू हो गया है। कॉलोनी वासियों ने पिछले दिनों कालोनी की सुरक्षा का हवाला देते हुए सड़क में गेट लगाकर वहां एक गार्ड लगाने जा रहे थे। इसके बाद चौहान हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ साथ भिलाई निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा ने निगम आयुक्त और कलेक्टर से मामले की शिकायत की।

शिकायत के बाद निगम की जोन एक आयुक्त येशा लहरे ने मामले की जांच की। उन्होंने कालोनी की सड़क से जुड़े सभी पुराने दस्तावेज निकाले। दस्तावेज की जांच करने पर पाया गया कि सूर्या विहार कालोनी सोसायटी के लोग यहां से गुजर रही 100 फिट एमआर 72 सड़क पर कब्जा करके उसे बंद कर रहे हैं। इसके बाद जो आयुक्त ने गेट को उखाड़ने का आदेश दिया। इसके बाद निगम की टीम ने कालोनी का गेट उखाड़ दिया है।

जोन वन आयुक्त के मुताबिक जो सड़क सूर्या विहार कालोनी से होकर गुजरती है वो एमआर 24 रोड हुआ करती थी। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नए मास्टर प्लान में यह सड़क अब एमआर 72 के नाम से दर्ज है। यह सड़क सूर्या विहार माल से होते हुए सूर्या विहार कालोनी को जोड़ते हुए, चौहान हाउसिंग सिंगापुर सिटी फेस वन, टू, थ्री को जोड़ते हुए आईआईटी को जोड़ेगी। सरकारी रिकार्ड में यह सड़क 100 फिट चौड़ी है, लेकिन सूर्या विहार कालोनी सोसायटी के लोगों ने घेरकर इसे 60 फिट कर दिया है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में कार्रवाई करके सड़क पर हुए अतिक्रमण को भी हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें कि चौहान ग्रुप सूर्या विहार कॉलोनी के पीछे अपनी जमीन पर कई बड़े ऐसे प्रोजेक्ट ला रहा है, जो की दुर्ग भिलाई शहर के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। चौहान ग्रुप के द्वारा यहां चौहान सिटी सेंटर मॉल, चौहान क्लब हाउस, चौहान रेस्टोरेंट, चौहान शॉपिंग माल वन, चौहान शॉपिंग माल टू और चौहान शॉपिंग माल थ्री सहित सिंगापुर कालोनी फेस वन, टू, थ्री का प्रोजेक्ट ला रहा है। इसके लिए राज्य शासन से लेकर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग व निगम की परमिशन भी मिल चुकी है। निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। इन सभी प्रोजेक्ट को जो परमिशन मिली है वो एमआर 72 रोड को दर्शाते हुए ही मिली है। ऐसे में जब कालोनी वालों ने सड़क को बंद करना चाहा तो इसके खिलाफ निगम व कलेक्टर के पास शिकायत की गई।

कालोनी वासियों ने सूर्या विहार कालोनी की सड़क पर लगे गेट को ना हटवाने के लिए वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन से मदद की गुहार लगाई थी। विधायक ने पहले गेट ना हटने का आश्वसन दिया, लेकिन जब उन्होंने पूरे दस्तावेज देखे तो इसके बाद पूरे कालोनी व सोसायटी के लोगों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में जोन 1 की आयुक्त भी पहुंची थी। इसमें विधायक ने कालोनी वालों से कहा कि आपने 100 फिट की एमआर 72 सड़क बेजा कब्जा किया है। विधायक ने कालोनी वासियों से कहा कि वो चाह कर भी यह सड़क आम लोगों के लिए बंद नहीं करवा सकते हैं। इसलिए वो लोग कालोनी की सुरक्षा के लिए दूसरा विकल्प तलाशें, यही बेहतर होगा।

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