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देश के हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट में भिलाई का लोहा: अब तक 80 हजार टन से अधिक TMT बार की सप्लाई कर चुका है BSP

देश के हाई स्पीड रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट में भिलाई का लोहा: अब तक 80 हजार टन से अधिक TMT बार की सप्लाई कर चुका है BSP

भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र जो राष्ट्रीय महत्व की बड़ी परियोजनाओं में उपयोग के लिए भूकंप और जंगरोधी गुणों के साथ उच्च शक्ति वाले टीएमटी बार्स का उत्पादन करता है, जिसका उपयोग राष्ट्रीय महत्व की बड़ी परियोजनाओं जैसे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना हेतु अब तक विभिन्न आयामों के 500 डी ग्रेड में 80,000 टन से अधिक टीएमटी बार की आपूर्ति कर चुका है।

भारत की पहली निर्माणाधीन हाई-स्पीड रेल लाइन परियोजना के गुजरात खंड में निर्माण गतिविधि ने पिछले कुछ वर्षों में गति पकड़ी है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही अप्रैल से जून, 2022 तक भिलाई इस्पात संयंत्र की मर्चेंट मिल और आधुनिक बार एंड रॉड मिल ने मिलकर 8 मिलीमीटर, 10 मिमी, 12 मिमी, 16 मिमी, 20 मिमी, 25 मिमी और 32 मिमी सहित विभिन्न आयामों के 500डी ग्रेड में 15,000 टन से अधिक टीएमटी बार्स की आपूर्ति की है।

इनमें 121 टन टीएमटी बार्स 8 मिमी व्यास में, 733 टन 10 मिमी व्यास, 755 टन 12 मिमी व्यास, 3359 टन 16 मिमी व्यास, 1132 टन 20 मिमी व्यास, 890 टन 25 मिमी व्यास तथा 8040 टन 32 मिमी व्यास के टीएमटी बार्स की आपूर्ति की हैं। 25 मिमी और 32 मिमी टीएमटी बार्स की रोलिंग प्लांट की मर्चेंट मिल में की गई है तथा बाकी टीएमटी बार्स को प्लांट की माॅडेक्स यूनिट बार एंड रॉड मिल से रोल किया गया है।

इससे पूर्व इसी परियोजना हेतु सेल-बीएसपी ने 500 डी ग्रेड में 65,000 टन से अधिक टीएमटी बार्स की आपूर्ति की थी। सेल-बीएसपी के टीएमटी बार का उपयोग हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के पिलर्स और गर्डर के निर्माण में किया जा रहा है जो बुलेट ट्रेन के रेल कॉरिडोर बिछाने के लिए बनाए जा रहे है।

यह स्ट्रक्चर स्टील पुलों की भार वहन क्षमता को सपोर्ट करेगा। 508 किलोमीटर लंबी परियोजना महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे और पालघर से होते हुए गुजरात में वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, वड़ोदरा, आनंद, खेड़ा और अहमदाबाद होकर गुजरेगा।

इस पर चलने वाली बुलेट ट्रेन 508 किमी की दूरी को 320 किमी प्रति घंटा की अधिकतम परिचालन गति के साथ 2 घंटे 7 मिनट में तय करेगी। एमएएचएसआर परियोजना के निर्माण कार्य को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।

दूसरी ओर संयंत्र की मर्चेंट मिल और बार एंड रॉड मिल, वर्तमान बाजार के अत्यधिक प्रतिस्पर्धी वर्ग के ग्राहकों की मांग के अनुसार बड़ी बिजली और सिंचाई परियोजनाओं के लिए आवश्यक रसायनिक गुणों वाले विशेष स्टील का उत्पादन कर रही है।

यहां उत्पादित टीएमटी बार्स का उपयोग भूकंप और जंग प्रवण क्षेत्रों में बनने वाली ऊंची इमारतें के लिए भी किया जा रहा है।

बार एंड रॉड मिल में उत्पादित टीएमटी बार की बेहतर गुणवत्ता, नेगेटीव टाॅलरेंस, भूकंपरोधी और जंगरोधी गुणों तथा श्रेष्ठ वेल्डेबिलिटी की पूरे देश में फैले सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ग्राहकों द्वारा व्यापक रूप से सराहना की गई है।

बार एंड रॉड मिल, एफई 500 डी ग्रेड में टीएमटी बार्स और राॅड की रोलिंग करने के साथ-साथ एफई 550 ग्रेड में टीएमटी उत्पादों की भी रोलिंग कर रहा है तथा खुदरा ग्राहकों हेतु घरों आदि के निर्माण के लिए सेल सेक्योर ग्रेड की रोलिंग की जा रही है।

संयंत्र की मर्चेंट मिल, भूकंप प्रतिरोधी गुणों के साथ एफई 500 डी और एफई 550 डी दोनों ग्रेडस में टीएमटी बार्स की रोलिंग करती है। इसके अतिरिक्त, ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्पादों में एचसीआर या उच्च जंग प्रतिरोधी गुण भी प्रदान किए जाते हैं।

उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र से भेजे जा रहे सभी टीएमटी उत्पादों की बार-कोडिंग की जाती है जिससे ग्राहकों को उत्पाद संबंधित सम्पूर्ण जानकारी मिल जाती है।

पूरे देश में सेल-भिलाई के टीएमटी बार्स का उपयोग बांधों, थर्मल, पनबिजली एवं न्यूक्लियर पाॅवर परियोजनाओं, पुलों, राजमार्गों, फ्लाईओवरों, सुरंगों और ऊंची इमारतों के अलावा, कुछ ऐतिहासिक परियोजनाएं जैसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, बांद्रा-वर्ली सी-लिंक सेतु आदि के निर्माण में भी किया गया है।

आगरा एक्सप्रेसवे, जिस पर लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी है तथा उत्तर-पूर्वी भारत में कई पुलों और सुरंगों के निर्माण में भी सेल-बीएसपी के टीएमटी बार्स का उपयोग किया गया है।


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