भिलाई। दुर्ग जिले के भिलाई-3 थाना क्षेत्र के अंतर्गत चरोदा बस्ती में बच्चा चोरी के आरोप में साधुओं के साथ पिटाई का मामला सामने आया है। वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। वीडियो वायरल होते ही प्रशासनिक हड़कंप मच गया। लोगों ने लात-घूंसों और डंडों से साधुओं को इतना मारा कि एक साधु का सिर फट गया है। वहीं 2 और साधु भी बुरी तरह से घायल हुए हैं। इधर, पुलिस का कहना है कि शराब के नशे में बेवजह ही इनसे मारपीट की गई है। पिटने वाले तीनों साधु राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं।

भिलाई तीन थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह 11-12 बजे के बीच की घटना है। लेकिन हैरानी की बात है कि ये मामला सामने नहीं आ सका था। पुलिस ने भी केस दर्ज नहीं किया था। गुरुवार को जब इस पिटाई का वीडियो वायरल हुआ, तब पूरे घटनाक्रम की जानकारी सामने आई है।

पुलिस के मुताबिक चरोदा क्षेत्र में कहीं से तीन साधु आ रहे थे। उसी दौरान किसी ने हल्ला करना शुरू कर दिया कि ये साधु बच्चा चोरी करते हैं। इसके बाद कुछ युवकों ने उन साधुओं को पीटना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे लोगों की भीड़ वहां जुट गई। कई लोग एक साथ दौड़ते हुए मौके पर पहुंच गए और साधुओं को जमकर पीट दिया।

इसी दौरान किसी ने घटना की सूचना पुलिस को दे दी। कुछ ही देर बाद पुलिस का एक जवान मौके पर पहुंचा और उसने किसी तरह से तीनों साधुओं को एक टैक्सी में बिठा दिया। दूसरे पुलिसकर्मियों को मौके पर बुलाया गया। तब तक भीड़ उस टैक्सी तक भी पहुंच गई और वहां भी साधुओं को मारा गया।

इस मामले में एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मामले की पूरी जानकारी ली है। उन्होंने टीआई मनीष शर्मा को फटकार लगाते हुए मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और बलवा का केस दर्ज किया है। पुलिस इस केस में 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है।

बताया गया है कि जिन साधुओं की पिटाई की गई है वह राजस्थान के रहने वाले हैं। इनका नाम राजबीर सिंह, अमन सिंह और श्याम सिंह है। तीन रेलवे क्षेत्र चरोदा में काफी समय से किराए का मकान लेकर रह रहे थे। यहां वे राशन और कपड़े मांग कर अपना जीवन गुजारा कर रहे थे। टीआई का कहना है कि उन्हें इन साधुओं की कोई संदिग्ध गतिविधि अब तक नहीं मिली है। पब्लिक ने बच्चा चोरी का आरोप लगाकर इन्हें क्यों मारा, इसकी जांच की जा रही है।

इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि बेवजह ही साधुओं पर शराब के नशे में हमला किया गया है। कुछ लोग चरोदा में दशहरे के मौके पर पार्टी कर रहे थे। इस बीच उन्होंने साधुओं को देखा, वहीं पर किसी ने ये हल्ला कर दिया कि ये लोग बच्चा चोरी करते हैं। इसके बाद शराब के नशे में इन्हीं लोगों ने पहले पहले साधुओं को पीटना शुरू किया। फिर धीरे धीरे भीड़ जुट गई और साधुओं को बच्चा चोर कहते हुए बुरी तरह मारा गया। तीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।

वहीं इस मामले में अब विपक्ष हमलावर है। राज्यसभा सरोज पांडेय और पूर्व विधायक राजेश मूणत ने सरकार पर निशाना साधा है। सरोज पांडेय ने आरोपियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पांडेय ने ट्वीट कर लिखा कि दुर्ग में तीन साधुओं को बच्चा चोरी के आरोप में लहुलुहान करने का समाचार दुखद है। जब मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के गृह जिले में यह आलम है, तब समूचे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की क्या हालत होगी, यह बड़ा सवाल है। बेहतर होता कि कांग्रेस के नेता अनर्गल बयानबाजी करने की जगह कुछ काम कर लेते।

वहीं राजेश मूणत ने लिखा कि दुर्ग-भिलाई अपराध और अपराधियों की सबसे पसंदीदा जगह बनी हुई है..बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel और गृहमंत्री @tamradhwajsahu0
का क्षेत्र है. भूपेश जी ..साधुओं के साथ घटी इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
उन्होंने आगे लिखा कि भूपेश जी ! छत्तीसगढ़ में अपराधी लोगों के खून से खेल रहे हैं…आपका गृहजिला ख़ौफ़ और मातम से अशांत है।।। और आप भौरा चलाने में व्यस्त हैं… आपकी असंवेदनशील छत्तीसगढ़ के लोगों को चुभ रही है.

साधु पिटाई मामले में रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि साधुओं से पिटाई मामले की जांच होनी चाहिए। पुलिस मूक दर्शक होकर खड़ी थी, जबकि पुलिस को हस्तक्षेप करना चाहिए था। ये घटना दुखद और निंदनीय है। देश भर में इस घटना की निंदा हो रही है।
तीन साधुओं से मारपीट मामले में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। चंदेल ने कहा कि साधुओं से मारपीट दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस घटना ने कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। सरकार जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
इस मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि घटना की जानकारी मुझे मिली है। पूरी जानकारी एकत्रित की जा रही है। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दुर्ग के चरोदा में तीन साधुओं के साथ मारपीट की घटना निंदनीय है, अस्वीकार्य है। पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जन सामान्य से अपील है, अफवाहों में आ कर कानून हाथ में न ले। राजनीतिक दलों से अनुरोध है, घटना का गलत प्रस्तुतिकरण न करें। अनर्गल गलत बयानबाजी से समाज का माहौल खराब होता है।

