झीरमकांड के प्रदर्शनकारी अय्यूब हुए दोषमुक्त : भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ का लगा था आरोप, कांग्रेसियों ने न्यायालयीन फैसले का किया स्वागत

भिलाई। 25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी मे कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल ,वरिष्ठ कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल, विधायक उदय मुदलियार सहित 29 कांग्रेसी नेता नक्सली हमले मे शहीद हो गये थे।

नेताओं पर नक्सली हमले की खबर जब दुर्ग में पहुंची तब दुर्ग हमले के विरोध मे भाजपा काबिज रमन सरकार के विरोध मे अय्यूब खान पुर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस लोकसभा दुर्ग, जयंत देशमुख प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस, जिला कांग्रेस महामंत्री राहुल शर्मा, जिला यूवा कांग्रेस महामंत्री सिराज अली, लोकेश साहू अध्यक्ष ग्रामीण युवा कांग्रेस दुर्ग सहित सैकड़ों युवा कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सड़क मे उतरकर जोरदार पटेल चौक दुर्ग और जिला भाजपा कार्यालय दुर्ग के समीप प्रदर्शन कर रहे थे।

प्रदर्शन लगातार 2 दिन तक जारी था। कांग्रेसी तत्कालीन सीएम रमन सिंह और उनके मंत्रिमंडल को नैतिकता दिखाते हुए अपना अपना इस्तीफा देने की मांग कर रहे थे।

दुर्ग शहर बंद करवाया गया
अय्यूब खान ने बताया कि पूरा झीरम घाटी घटना कांड को लेकर पूरे प्रदेश भर सहित दुर्ग में रमन सरकार के हिटलरशाही फरमान की वजह से उनके खिलाफ रिपोर्ट कराई गई थी। तात्कालीन सरकार ने उसको प्रमुख आरोपी बनाकर युवा कांग्रेसियों को भारतीय जनता पार्टी कार्यालय दुर्ग में तोड़ फोड़ और आगजनी का मुकदमा दर्ज़ कराकर धारा 14, 148, और 427 प्रकरण दुर्ग थाना में दर्ज कराया गया था।

इसमें न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी भी कर दी है। इसमें आज आरोपी कांग्रेसी नेता अय्यूब ने मजिस्ट्रेट गंगा पटेल के समक्ष उपस्थित होकर आत्मसमर्पण किया गया।

अधिवक्ता पंडित अशोक शर्मा, अधिवक्ता गौरी ठाकुर अधिवक्ता सबा तबुस्सम के तीनो वकीलों के माध्यम से जमानतदार प्रकाश शर्मा लाला के साथ जमानत अर्जी पेश की गई थी, जिसे द्वितीय व्यवहार नयायाधीश गंगा पटेल ने जमानत दी।

Exit mobile version