डॉ. सरिता साहू ने लिखी “ओड़ जाति की लोक कथाएं”…गृहमंत्री साहू ने किया विमोचन, कंटेंट की तारीफ कर कहा-बहुत सुघ्घर कथा है, इसे पढ़ना चाहिए

भिलाई। लोक कथाओं का दौर कभी खत्म नहीं होगा। इसे पढ़ने से पुरानी बातों के बारे में पता चलता है। इतिहास से जुड़ते हैं और प्राचीन मान्यताओं से सीधे संपर्क में आ जाते हैं। इसे पढ़ना चाहिए। कभी कोई पढ़ा हुआ चीज खराब नहीं होता। वो हमेशा हमें नॉलेज देता है। डॉक्टर सरिता साहू द्वारा रचित पुस्तक ‘ओड़ जाति की लोक कथाएं’ को भी पढ़ना चाहिए। इससे हमें बहुत सारा ज्ञान प्राप्त होगा।


ये बातें 17 सितंबर को इस किताब का विमोचन करने पहुंचे वक्ताओं ने कही। गृह, सहकारिता पर्यटन , जेल एवं धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने लोक मंजरी परिसर रिसाली में किताब का विमोचन किया। उन्होंने इस किताब की जमकर तारीफ की।

इस दौरान महापौर रिसाली नगर निगम शशि सिन्हा, नगर निगम रिसाली के सभापति केशव बंछोर तथा लोक मंजरी संस्था के अध्यक्ष तरुण निषाद विशेष रूप से उपस्थित थे। ओड़ जाति की लोक कथाएं वस्तुतः कुएं तालाब खोदने वाले वाली ओड़ जाति को केंद्रित कर लिखी गई पुस्तक है, जिसमें भारत के विभिन्न क्षेत्रों की चुनी हुई 12 लोक कथाएं शामिल है । यह पुस्तक हिंदी साहित्य सदन नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित है।

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