दुर्ग संभाग में 10 साल के बच्चे की निर्मम हत्या: सुबह स्कूल के लिए निकला… शाम को मिला शव, गर्दन में घुसी मिली रॉड, चेहरा भी… बेटे को इस हालत में देख फूट-फूटकर रोने लगी मां

बालोद। दुर्ग संभाग के बालोद जिले में 10 साल के बच्चे की संधिग्द हालत में लाश मिली है। चीचा गांव में चौथी क्लास में पढ़ने वाले छात्र की बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया है। बुधवार देर शाम 10 साल के बच्चे की लाश स्कूल के पीछे गौठान में बरामद हुई। बच्चे के गले में रॉड घुसा हुआ था और चेहरे भी कुचला हुआ था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि, किसी ने पत्थर से उसका चेहरे पर वार किया हो। पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुट गई है। ये मामला जिले के अर्जुन्दा थाना क्षेत्र का है।

बताया जा रह है कि, चीचा गांव निवासी 10 साल का तोरण लाल साहू, पिता केमन साहू 31 जनवरी बुधवार की सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकला था।तोरण गांव के ही प्राथमिक स्कूल में चौथी क्लास का छात्र हैं। जानकारी के मुताबिक बुधवार को स्कूल से मध्याह्न भोजन के बाद बाहर निकला था। लेकिन उसका बैग स्कूल में ही था। जब स्वीपर स्कूल बंद करने गया, तब तोरण का स्कूल बैग क्लास में पड़ा देखा। तब उसने तुरंत इसकी जानकारी तोरण के घर में दी। बताया जा रहा है कि तोरण दोपहर लगभग 1 बजे से स्कूल से गायब था। वह स्कूल के बाद वापस घर भी नहीं पहुंचा था।​​​ वहीं शाम तक जब तोरण घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां परेशान होकर उसे खोजने के लिए निकली।

इस दौरान स्कूल के पास गौठान में निर्माणाधीन भवन की टंकी में स्कूल यूनिफार्म में उसकी लाश पड़ी हुई मिली। उसके गर्दन पर रॉड घुसा हुआ था तो वहीं चेहरे पर भी वार किया गया है। तोरण को इस हाल में उसकी मां फूट-फूटकर रोने लगी। बच्चे के शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही अर्जुन्दा थाने की टीम मौके पर पहुंची और वारदातस्थल की जांच की। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीण बच्चे के हत्यारे को पकड़ने की मांग पर अड़े रहे और पुलिस को बच्चे की लाश ले जाने नहीं दे रहे थे। जिसके बाद पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी। इसके बाद देर रात ब्लॉक मुख्यालय गुण्डरदेही में शव के पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।

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