दुर्ग में बच्ची से हैवानियत, कांग्रेस ने किया प्रदर्शन: पुतला दहन कर गृहमंत्री से मांगा इस्तीफा… कांग्रेस ने जांच समिति भी बनाई

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक चाचा की हैवानियत ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया, 6 साल की मासूम भतीजी के साथ पहले उसने रेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी। हत्यारा चाचा इतना बेरहम था कि उसने बच्ची की लाश को घर के सामने खड़ी कार में छिपा दिया। पूरे मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश भर में हमलावर है। घटना के विरोध में कांग्रेस के दुर्ग ग्रामीण जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है व जामुल में शिवपुरी चौक पर भाजपा सरकार का पुतला दहन कर भाजपा सरकार में बढ़ते अपराध पर विरोध दर्ज करवाया है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि नवरात्रि में जहां देश बच्चियों का सम्मान कर रहा था, वहीं दुर्ग में चाचा ने अपनी भतीजी के साथ ऐसी क्रूरता की । कांग्रेस ने दुर्ग एसपी को हटाने, टीआई को सस्पेंड करने और गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। इस घटना के विरोध में कांग्रेस आज जामुल में प्रदर्शन कर बीजेपी सरकार का पुतला जलाया है। जिलाध्यक्ष श्री ठाकुर ने कहा कि अगर गृहमंत्री इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री को उनका इस्तीफा लेना चाहिए। वही पीसीसी ने पूरे मामले के निष्पक्ष जांच के लिए कांग्रेस विधायक संगीता सिंह की अगुवाई में 5 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है, जो घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवार और पुलिस की भूमिका की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस को सौंपेगी।

आज पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर , हरीश ठाकुर, उपाध्यक्ष करीम खान , सुनीता चंनेवाल , पूर्व अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर, ममता साहू, रामप्यारी वर्मा,संजय देशलहरे ,तिलेश्वर देवांगन,सुमन वर्मा,करीम खान ,विकास यादव,शेखर शर्मा,जीवन चंदेल,अशोक वर्मा,कमलेश साहू ,द्रोपती साहू,युवराज वैष्णव, प्रमिला साहू,दीपक साहू,मन्नू यादव,टोनु देवांगन,सबीहा खान,लेखराम साहू, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।

कांग्रेस ने 5 सदस्यीय जांच टीम भी गठित की है

मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने 5 सदस्यीय जांच टीम गठित की है। सदस्य पीड़ित, परिजनों और स्थानीय लोगों से मिलकर रिपोर्ट तैयार करेंगे और फिर कांग्रेस कमेटी को सौंपेंगे। इसमें बालोद विधायक संगीता सिन्हा को संयोजक बनाया गया है।

दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ का फैसला, कोई नहीं लड़ेगा आरोपी का केस

दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ ने भी मंगलवार को बैठक की। संघ ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि मासूम के साथ घिनौनी और जघन्य घटना को अंजाम देने वाले आरोपी की किसी भी वकील के द्वारा पैरवी नहीं की जाए।

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