भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) में रिटायर हुए कर्मचारियों को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BWU) ने आरोप लगाया है कि संयंत्र प्रबंधन केवल रिटायर हो चुके अधिकारियों को EQ-01 श्रेणी तक के मकान लाइसेंस पर देने की सुविधा दे रहा है, जबकि रिटायर कर्मचारियों को इससे बाहर रखा जा रहा है।

यूनियन ने जताया विरोध
यूनियन का कहना है कि यह नीति कर्मचारियों के साथ भेदभाव करती है और इससे उनका मनोबल टूटेगा। यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि कंपनी में लंबे समय तक सेवा देने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को एक जैसा सम्मान और सुविधा मिलनी चाहिए।

सेवा के बाद भी भेदभाव क्यों?
यूनियन का तर्क है कि सेवा के दौरान अधिकारियों को पहले से ही कई अतिरिक्त सुविधाएं मिलती हैं – जैसे अधिक वेतन, भत्ते, अच्छे पदनाम और ऑफिस की सुविधा। ऐसे में रिटायरमेंट के बाद अगर केवल अधिकारियों को मकान देने की सुविधा दी जाए, तो यह गलत होगा।

सेल मुख्यालय और जनप्रतिनिधियों से होगी शिकायत
महासचिव के.सी. वर्मा ने बताया कि यदि यह भेदभाव जारी रहा, तो यूनियन इस मुद्दे को सेल के उच्च प्रबंधन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक लेकर जाएगी। उनका कहना है कि सभी रिटायर कर्मचारियों को बराबरी की सुविधा मिलनी चाहिए।
