दुर्ग। चैत्र नवरात्रि के दौरान डोगरगढ़ माता बमलेश्वरी के दर्शन के लिए लाखों पदयात्रियों का आना-जाना होता है। इन यात्रियों के सुरक्षित आवागमन के लिए दुर्ग पुलिस द्वारा कुम्हारी से अंजोरा बाईपास तक एक विशेष कोरिडोर तैयार किया गया है। इस कोरिडोर के माध्यम से पदयात्रियों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है।

पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) ऋचा मिश्रा और उप पुलिस अधीक्षक (यातायात) सदानंद विध्यराज के नेतृत्व में कुम्हारी से अंजोरा बाईपास तक सुरक्षित कोरिडोर का निर्माण किया गया है। इस कोरिडोर में 4 पेट्रोलिंग वाहन तैनात किए गए हैं जो 30 मार्च से 06 अप्रैल तक लगातार पेट्रोलिंग करेंगे। इन वाहनों द्वारा पीए सिस्टम के माध्यम से पदयात्रियों को बाएं चलने के निर्देश दिए जाएंगे और इस मार्ग में किसी प्रकार की अवरोध उत्पन्न नहीं होने दिया जाएगा।
पदयात्रियों के लिए रूट चार्ट
- कुम्हारी टोल प्लाजा
- सिरसा गेट चौक
- डबरापारा तिराहा
- खुर्सीपार तिराहा
- पावर हाउस अण्डर ब्रिज
- मुर्गा चौक
- सेन्ट्रल एवेन्यू होते हुए सेक्टर-09 चौक
- MD बांग्ला तिराहा
- ठगड़ा बांध ओवर ब्रिज के नीचे
- जेल तिराहा
- गांधी तिराहा
- पटेल चौक
- गंजपारा
- पुलगांव चौक
- शिवनाथ नदी ब्रिज
- अंजोरा बाईपास
- राजनांदगांव से होकर डोगरगढ़ जाएंगे।
पदयात्रियों से अपील
- पदयात्रियों से अपील की जाती है कि वे अपने बैग में रेडियम स्टीकर लगाकर चलें और रिफ्लेक्टिव कपड़े पहनें। डार्क कलर के कपड़े न पहनें ताकि वाहन चालक उन्हें आसानी से देख सकें।
- सड़क के एकदम किनारे बांये ओर चलें और वाहन चलने वाली सड़क पर न चलें, ताकि दुर्घटना से बच सकें।
- देर रात यात्रा शुरू करने से बचें।
- प्रशासन द्वारा निर्धारित पदयात्रा मार्ग पर ही चलें।
- पदयात्रा के दौरान सड़क पर विश्राम न करें।
- हाईवे में सर्विस लेन का प्रयोग करें और बायपास मार्ग का प्रयोग न करें।
वाहन चालकों से अपील
- वाहन चालक देर रात यात्रा करने से बचें।
- अधूरी नींद में वाहन न चलाएं।
- वाहन में क्षमता से अधिक सवारी न बैठाएं।
- शराब या मादक पदार्थ का सेवन करके वाहन न चलाएं।
- सड़क पर वाहन पार्क न करें।
- कुम्हारी से डोगरगढ़ तक वाहनों का रूट निर्धारित किया गया है, अतः निर्धारित डायवर्सन मार्ग का प्रयोग करें।
- रात्रि के समय वाहन लोबीम (डिपर) पर चलाएं।
- पदयात्रियों के थके होने के कारण कई बार वे असुरक्षित हो सकते हैं, अतः सतर्कता के साथ वाहन चलाएं और दुर्घटनाओं से बचें।
- माल वाहन में सवारी न बैठाएं।