- लगातार बारिश और शिवनाथ नदी के जलस्तर ने खोल दी सिस्टम की पोल
- 28 करोड़ रुपए की लागत से 2018 में बना था पुल
- शिवनाथ नदी के नए पुल के दोनों छोर धंसने लगा
- दुर्ग विधायक अरूण वोरा पहुंचे मौके पर
- दुर्ग विधायक वोरा ने कहा- मामले की जांच हो, जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई हो
- सुबह-सुबह लोगों ने देखा तो पुलिस ने किया बेरिकेडिंग
- ब्रिज कॉर्पोरेशन ने 2018 में कंप्लीट किया था पुल का काम
- अभी से धंसने से उठ रहे कई सवाल

भिलाई। शिवनाथ नदी दुर्ग के ऊपर बने नए पुल में भ्रष्टाचार हुआ है। तभी तो तीन साल में नया पुल धंसने लगा है। राजनांदगांव से दुर्ग जाने वाले साइड पर पुल के दोनों छोर पर मिट्टी धंस गई है। इसकी वजह से कम से कम 15 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। जिससे ये साबित हो गया है कि निर्माण से जुड़े अफसरों ने इसमें धांधली को अंजाम दिया है। खबर मिलते ही दुर्ग पुलिस ने मौके पर बेरिकेड्स कर दिया है। ताकि पुल पर हो रहे गड्ढे और ज्यादा न बढ़े। खबर मिलते ही दुर्ग विधायक अरूण वोरा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जिला प्रशासन से कहा है कि मामले की जांच की जाए। निर्माण से जुड़े अफसरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।

- आपको बता दें कि 28 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण 2018 में किया गया था। उसके बाद से सवाल उठ रहे थे।
- आज सुबह-सुबह भिलाई TIMES ने पुल धंसने की स्टोरी दिखाते हुए इसका खुलासा किया।
- इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया।

- दुर्ग विधायक वोरा ने कहा कि, पूर्व सीएम स्व. मोतीलाल वोरा के प्रयासों से कमलनाथ जी ने इसकी स्वीकृति दिलाई थी।
- भाजपा शासनकाल में निर्माण हुआ। जिसमें धांधली हुई है।
- मैं इस मामले की जांच की मांग करता हूं। दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हो।

कल से लगातार ग्राउंड पर है विधायक वोरा
- देर रात शिवनाथ नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद आज दुर्ग शहर में आई बाढ़ के कारण राजनांदगांव मार्ग बंद किया गया था।
- शाम तक जलस्तर में और बढ़ोतरी होने के कारण बालोद रोड भी ब्लाक कर दिया गया है।
- आवाजाही रोक दी गई है। आज शाम 6 बजे शिवनाथ नदी में आई बाढ़ का पानी और ज्यादा भरने के कारण मिनीमाता चौक के करीब ही बेरिकेडिंग लगाकर आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है।

- सुबह से हो रही लापरवाही के कारण कई लोग नदी तट के पास बेरिकेडिंग क्रास कर सेल्फी लेने और पानी के तेज बहाव में जंप कर रहे थे।
- इसके कारण हादसे होने का खतरा बढ़ गया था। बाद में पुलिस प्रशासन ने मुस्तैदी से व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कर ली है।
- प्रभावित लोगों से मुलाकात करने पहुंचे कलेक्टर, निगम कमिश्नर
- बाढ़ के कारण उपजे हालात का जायजा लेने दोपहर तक बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे थे।

- केवल विधायक अरुण वोरा ही मौके पर पहुंचे और प्रभावित लोगों को भोजन के पैकेट का वितरण किया।
- दोपहर बाद कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा और निगम कमिश्नर प्रकाश सर्वे ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
- कलेक्टर ने उपलब्ध व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद विभागीय अधिकारियों को प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिये।
- जिन मकानों को नुकसान हुआ है, उनका सर्वे कर उचित मुआवजा देने के निर्देश भी दिये गए।

- शाम 7 बजे विधायक अरुण वोरा दोबारा प्रभावित परिवारों के लिए भोजन के पैकेट लेकर पहुंचे और भोजन का वितरण किया।
- विधायक वोरा ने कहा है कि प्रभावित परिवारों के मकानों में रखा अनाज व अन्य सामग्री बाढ़ के पानी में डूबने के कारण नुकसान हुआ है।
- उन्हें पुलगांव स्थित पानी टंकी के पास बने सांस्कृतिक भवन में ठहराया गया है।

- इन परिवारों के लिए सुबह के नाश्ते आदि की व्यवस्था भी की जाएगी।
- गौरतलब है कि वोरा के निर्देश पर आज दोपहर के समय भोजन की व्यवस्था की गई थी।
- कलेक्टर से चर्चा के बाद वोरा ने बताया कि कलेक्टर ने प्रभावित परिवारों को हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिये हैं।
- प्रभावित परिवारों को शासन से उचित मदद दी जाएगी।
