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नहीं रहीं दूरदर्शन की मशहूर न्‍यूज एंकर गीतांजलि अय्यर: 72 साल की उम्र में ली अंतिम सांसे… केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने जताया शोक… कल होगा अंतिम संस्कार

नहीं रहीं दूरदर्शन की मशहूर न्‍यूज एंकर गीतांजलि अय्यर: 72 साल की उम्र में ली अंतिम सांसे… केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने जताया शोक… कल होगा अंतिम संस्कार

डेस्क। दूरदर्शन की जानी मानी एंकर गीतांजलि अय्यर का बुधवार (7 जून) को निधन हो गया। गीतांजलि की मौत बुधवार दोपहर ब्रेन हैमरेज से हुई। वह 72 साल की थीं और कुछ समय से बीमार चल रही थीं। गीतांजलि दूरदर्शन पर पहली इंग्लिश एंकरों में से एक थीं। उनके निधन की खबर के बाद से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।

30 से ज्यादा सालों तक की दूरदर्शन पर एंकरिंग
गीतांजलि अय्यर ने 30 से ज्यादा सालों तक दूरदर्शन पर एंकरिंग की थी और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई कीर्तिमान स्थापित किए थे। उन्हें चार बार सर्वश्रेष्ठ एंकर का पुरस्कार दिया गया था। अय्यर को उनके उत्कृष्ट कार्य, उपलब्धियों और योगदान के लिए 1989 में इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार भी मिला था। 1971 में वह दूरदर्शन से जुड़ी थीं।

शुक्रवार को होगा गीतांजलि का अंतिम संस्कार
गीतांजलि ने अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद कोलकाता के लोरेटो कॉलेज से स्नातक किया था। उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से डिप्लोमा भी किया था। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी गीतांजलि अय्यर के निधन पर शोक जताया है। गीतांजलि अय्यर के परिवार में बेटा शेखर और बेटी पल्लवी हैं, दोनों अमेरिका में रहते हैं। एंकर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को होगा।

करीबी दोस्त और पत्रकार सुमिता पॉल के मुताबिक, गीतांजलि की सेहत में सुधार था। ऑल इंडिया रेडियो में अय्यर के साथ काम करने वाली पॉल ने कहा कि बुधवार को एक दोस्त उसे अस्पताल ले गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

1976 में दूरदर्शन से जुड़ी
सुरजीत सेन और पामेला सिंह जैसे दिग्गजों को रेडियो समाचारों पर सुनते हुए गीतांजलि हमेशा उनकी स्पीच और उच्चारण से प्रभावित थीं। इस आकर्षण ने उन्हें स्कूल और कॉलेज में भाषण और वाद-विवाद में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। 1971 में स्नातक पूरा होने के ठीक बाद, अय्यर ने आकाशवाणी में ऑडिशन दिया और इंग्लिश न्यूज सेक्शन में शामिल हो गईं। वह 1976 में डीडी में चली गईं। 1982 में डीडी राष्ट्रीय बन गया और रंगीन टीवी भारत में आया जिसके बाद न्यूज एंकर घर-घर में पहचाने जाने लगे।

गीतांजलि ने धारावाहिक ‘खानदान’ में भी काम किया
दूरदर्शन में न्‍यूज एंकर के रूप में सफल करियर के बाद गीतांजलि ने कॉर्पोरेट कम्‍यूनिकेशन और मार्केटिंग की दुनिया में एंट्री की। वह उद्योग संघ CII में सलाहकार भी रहीं। उन्‍होंने धारावाहिक ‘खानदान’ में भी काम किया। न्‍यूज एंकरिंग के अलावा वह विज्ञापन की इंडस्‍ट्री में सक्रिय रूप से दिखीं। गीतांजलि ने उस दौरान कई ब्रांडों के लिए काम किया।


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