स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में बेहतर रैंक के लिए दुर्ग प्रशासन तैयारियों में जुटी: डोर टू डोर पृथककरण कर इकट्ठा किया जाएगा गीला व सूखा कचरा, स्व सहायता समूह की दीदियों को पैरा के यूरिया उपचार का दिया जाएगा प्रशिक्षण, कलेक्टर मीणा ने ली बैठक

दुर्ग। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अंतर्गत मई माह से सर्वे की शुरूआत होनी है, जिसमें सर्विस लेवल प्रोग्रेस के लिए 4525 अंक, सिटीजन वाइस के लिए 2475 अंक व सर्टिफिकेशन के लिए 2500 अंक अर्थात 9500 अंक का निर्धारण किया गया है। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा समय-सीमा की बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में बेहतर परिणाम के लिए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स) द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन करने के लिए कहा गया।

कलेक्टर ने इसके लिए नगरीय निकाय क्षेत्रों विशेष जागरूकता अभियान चलाने के लिए उपस्थित संबंधित अधिकारियों को आदेशित किया, ताकि जनभागिदारी के माध्यम से रैंकिंग में ऊंचे पायदान को पाया जा सके। कलेक्टर ने कचरे के प्रबंधन के लिए नगरीय निकाय के आयुक्तों को सुखा एवं गीला कचरा अलग-अलग कर घरों से एकत्रित करने की बात कही ताकि कचरे का निपटारा योजनाबद्ध तरीके से किया जा सके।

इसके लिए उन्होंने विशेष अभियान चलाने की बात भी कही और नियमों के उलंघन करने की स्थिति में निकट भविष्य में संबंधित अधिकारियों को 50 रूपए के स्पॉट फाइन लागू करने के लिए कहा। इसके साथ ही उन्होंने घर से निकलने वाले गीले कचरे, फलों के छिलके, खराब सब्जी, व बचे या खराब हो चुके खाद्य पदार्थ द्वारा होम कम्पोस्टिंग खाद के लिए जिले के नागरिकों को प्रेरित करने की बात कही। जन चेतना में होम कम्पोस्टिंग खाद को लेकर नागरिक पहल करे इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सकारात्मक कदम भी उठाए जाएंगे। इसके अलावा पब्लिक टॉयलेट, सड़क, नाली, गार्डन व अन्य सार्वजनिक स्थानों की नियमित सफाई योजनाबद्ध तरीके से चेकलिस्ट बनाकर की जाएगी।

गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले में संचालित हो रहे गौठानों में रखे मवेशियों और पैरादान की प्रगति को लेकर कलेक्टर द्वारा उपस्थित संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई। जिसमें कलेक्टर ने पैरादान के माध्यम से संग्रहित हुए पैरे में युरिया ट्रीटमेंट की प्रगति को लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी से जानकारी मांगी। युरिया ट्रीटमेंट की प्रगति में और तेजी आए इसके लिए कलेक्टर ने पशु चिकित्सा अधिकारी को युरिया ट्रीटमेंट को लेकर एक डेमो विडियो बनाने के लिए कहा। जिससे कि एनआरएलएम के स्टाफ डेमो विडियो की मदद से स्व सहायता समूह की दीदियों को ट्रेनिंग दे सके। इसके साथ ही स्व सहायता समूह की दीदियों को यूरिया ट्रीटमेंट से संबंधित कीट मुहैया कराने की बात कही गई। जिससे कि युरिया ट्रीटमेंट का कार्य तेजी से कर के पशुओं के लिए पोषक आहार उपलब्ध कराया जा सकेगा।

वर्तमान में भीषण गर्मी के चलते हरे चारे की अनुपलब्धता में युरिया ट्रीटमेंट युक्त पैरा पशुधन के लिए एक बेहतर विकल्प बनेगा और इससे दुग्ध उत्पादन की लागत में भी कमी आएगी। इसके साथ ही कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को गौठान की क्षमता अनुरूप गौठान में रखे गए मवेशियों की संख्या के आंकड़े मांगे जिसमें 2 हजार 388 पशुधन को गौठानों में चारे-पानी व शेड की व्यवस्था कराकर रखा गया है। क्षमता के अनुरूप गौठानों में रखे गए मवेशियों का प्रतिशत लगभग 71 प्रतिशत है। जिसे कलेक्टर ने शत-प्रतिशत करने के लिए उपस्थित अधिकारियों को कहा ताकि भीषण गर्मी में पशुधन को एक बेहतर आश्रय मिल सके। इसके अलावा बैठक में राजस्व, जनदर्शन व शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की गई।

बैठक में अपर कलेक्टर पद्मनी भोई, आयुक्त नगर निगम भिलाई रोहित व्यास, प्रशिक्षु आई.एस. लक्ष्मण तिवारी, जिला पंचायत सीइओ अश्वनी देवांगन, संयुक्त कलेक्टर श्री प्रवीण वर्मा, संयुक्त कलेक्टर योगिता देवांगन, संयुक्त कलेक्टर विनय सोनी, एसडीएम दुर्ग मुकेश रावटे, एसडीएम धमधा बृजेश सिंह क्षत्रिय, नगर निगम आयुक्त दुर्ग लोकेश चंद्राकर, आयुक्त नगर निगम रिसाली आशीष देवांगन, आयुक्त नगर निगम भिलाई चरौदा अजय त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।

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