भिलाई। कुछ पैसों के लिए अहम सरकारी दस्तावेजों को बेच दिया। जी हां, दुर्ग निगम का मामला है। पुराने दस्तावेजों को कबाड़ में बेचने का मामला सामने आया है। दुर्ग के गयानगर के एक कबाड़ी के पास 8 से 10 बंडल तक के दस्तावेज एक दिन पहले जब्त किए गए। एक बंडल में करीब 100 फाइलें थी। प्रारंभिक जांच के बाद आयुक्त प्रकाश सर्वे ने रिकार्ड रूम के सहायक अधीक्षक राजेंद्र साहू और भृत्य नरेश साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

- यह पूरा मामला पार्षद नरेंद्र बंजारे की शिकायत के बाद सामने आया। इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए आयुक्त ने जांच के निर्देश दिए हैं।
- मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो, निगम का रिकार्ड रूम करीब सालभर पहले शनिचरी बाजार से प्रशासनिक भवन में शिफ्ट किया गया।
- यहां रिकार्ड रूम बनाया गया। जहां दो कर्मचारियों को भी पदस्थ किया गया, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे।

- बहरहाल इस खुलासे के बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं।
- रिकार्ड रूप से और कितने दस्तावेज गायब हैं, इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है।
- एक दिन पहले जो दस्तावेज मिले हैं, वह काफी अधिक संख्या में है।

- पार्षद ने जब गयानगर निवासी कबाड़ी से उक्त दस्तावेज की जानकारी ली, तो पता चला कि करीब 4 हजार रुपए में ये दस्तावेज उन्होंने 10 रुपए किलो के भाव से खरीदे।
- करीब 10 बंडलों में इन दस्तावेजों की जब्ती बनाई गई है।
- इसमें कई पुरानी और जरूरी फाइलें हैं।

- वर्ष 2002 में बने साइंस कॉलेज के प्रशासनिक भवन, ठगड़ा बांध के जल संसाधन विभाग के हस्तांतरण सहित अन्य कई ड्राइंग-डिजाइन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
- ये सभी तहसील कार्यालय के सामने प्रशासनिक भवन में रखे गए थे।
- निगम कमिश्नर प्रकाश सर्वे ने भिलाई TIMES से कहा, “दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।

- मामला काफी संवेदनशील है। जांच करवाई जाएगी।
- पुराने दस्तावेजों के डिस्पोजल का नियम है।
- इसके बाद एफआईआर भी कराई जाएगी।”


