दुर्ग। दुर्ग के अमलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम खमरिया में हुए डबल मर्डर केस का दुर्ग पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया है। गांव के दो अलग-अलग कुएं में महिला की लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। पुलिस ने प्रथम दृष्टि से ही हत्या के एंगल से जाँच शुरू की और 24 घंटे के अंदर अंधे क़त्ल की गुत्थी दुर्ग पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले दो चचेरे भाई छत्रपाल सिंगौर उम्र 26 वर्ष और शुभम कुमार सिंगौर उम्र 22 वर्ष को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, मृतिका सुनीता चतुर्वेदी और आरोपी छत्रपाल सिंगौर के बीच पिछले दो साल से अफेयर था, आरोपी ने मृतिका को शादी का वादा किया था। मृतिका का एक 8 साल का बच्चा भी था, जिसे आरोपी छत्रपाल ने अपनाने की बात कही थी, परन्तु छत्रपाल ने कुछ महीने पहले किसी और से शादी कर ली, जिसके बाद मृतिका ने उसपर बार-बार साथ रहने का दबाव बनाया जिससे परेशान होकर छत्रपाल ने अपने चचेरे भाई शुभम के साथ मिलकर आरोपी और उसके मासूम बच्चे को मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस ने किया खुलासा :-
दिनांक 22-06-2025 को सूचना मिलने पर ग्राम खम्हरिया स्थित राधेलाल गायकवाड की बाडी में कुंआ के अंदर साडी में लिपटा हुआ गट्ठा जिसमें से बदबू आ रही थी जिसको निकाल कर देखने पर साडी से लिपटी एवं मिट्टी से भरी प्लास्टिक की बोरी के अंदर में अज्ञात बालक उम्र करीबन 08 – 10 वर्ष का शव तथा पास में ही स्थित भगवान दास महिलांग कि बाडी में कुंए के अंदर पानी में लाल रंग की साडी में लिपटा हुआ गट्ठा जिसमें पत्थर बंधा हुआ था जिसके अंदर प्लास्टिक की बोरी को बाहर निकालकर खोलकर देखने पर बोरी के अंदर अज्ञात महिला जिसके हाथ पाव बंधे हुये थे, आयु तकरीबन 30-35 वर्ष का शव मिलने पर थाना अमलेश्वर में मर्ग कायम किया गया पश्चात शव को देखकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर साक्ष्य छिपाने हेतु मृतिका एवं मृतक बालक का हत्या करने के संदेह से अपराध क्रमांक 70/2025 103(1), 238(ए) बीएनएस कायम किया गया।

प्रकरण गंभीरता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय दुर्ग के द्वारा पता साजी एवं विवेचना हेतु एसआईटी का गठन किया । ग्रामवासियों एवं आस पास के गांवों से मृतिका एवं मृतक बालक के संबंध में पतासाजी की गई पतासाजी के दौरान जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुआ कि एक अज्ञात महिला को एक दो बार छत्रपाल सिंगौर के साथ आते जाते देखा गया है जिसका नाम पता नहीं मालुम तब संदेही छत्रपाल सिंगौर को हिरासत में लेकर पुछताछ करने पर गोल मोल जवाब देने लगा, फिर छत्रपाल सिंगौर बताया कि सुनिता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी जो रायपुर में रहती है जिससे इंस्टाग्राम के माध्यम से परिचय हुआ और पहला मुलाकात महादेव घाट के पास हुआ इसके बाद में आरोपी छत्रपाल सिंगौर को मृतिका सुनीता चतुर्वेदी ने बताया थी मेरे पति का स्वर्गवास हो गया है और मैं अपने 08 साल के बच्चे के साथ, मां बाप के साथ रायपुर में रहती हूं तब आरोपी छत्रपाल ने बोला कि मेरा भी शादी नहीं हुआ है मैं तुमसे शादी कर लूंगा और बच्चे को रख लूंगा कहकर मृतिका से आये दिन मिलता रहा एवं शारीरिक संबंध बनाता रहा एवं मृतिका द्वारा बार बार शादी करने एवं साथ में रहने के लिए बोलने पर आरोपी द्वारा 01 माह 02 माह बाद बोलकर टालता रहा इसी बीच आरोपी छत्रपाल का डेढ माह पूर्व किसी और महिला से शादी कर लिया । मृतिका द्वारा बार बार अपने बच्चे को लेकर छत्रपाल सिंगौर के साथ रहने के लिए दबाव बनाने लगी तब आरोपी छत्रपाल सिंगौर अपने चचेरे भाई शुभम कुमार सिंगौर को मृतिका से प्रेम प्रसंग के संबंध में एक वर्ष पहले बता चुका था आरोपी छत्रपाल अपने चचेरे भाई को दिनांक 18-06-2025 को मिलकर के बताया कि मुझे सुनीता चतुर्वेदी उर्फ पल्लवी बार बार मेरे घर आ जाउंगी अपने बच्चे को लेकर के बोलती है जिसे रास्ता से हटाना है तब दोनों भाई मृतिका एवं उसके बच्चे का हत्या करने का योजना बनाकर आरोपी छत्रपाल रायपुर से मृतिका एवं उसके 08 साल के बच्चे अपने इलेक्ट्रीक स्कुटी में बैठाकर अपने गांव ग्राम खम्हरिया लाया जहां उसका योजना आधार से चचेरा भाई शुभम कुमार गांव में बताये गये स्थान पर मिला फिर दोनों भाई मिलकर मृतिका एवं उसके बच्चे को खेत में गला दबाकर मारने के बाद दोनों का शव साक्ष्य मिटाने के उद्देशय से अलग अलग साडी में लपेटकर बोरी में डालकर एवं पत्थर बांधकर अलग अलग एक कुंए में मां एवं दूसरे कुंए में बच्चे को डाल दिये । पतासाजी करने पर मृतिका एवं उसके बच्चे का थाना सिविल लाईन रायपुर जिला रायपुर में गुमइंसान क्रमांक 51/2025 गुमशुदा का पूरा नाम सुनीता चतुर्वेदी थाना सिविल लाईन जिला रायपुर में दर्ज होना पाया गया जिसे मृतिका के परिजन द्वारा मृतिका को पहचाना गया । थाना अमलेश्वर के अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी पाटन अनिल कुमार साहू, एसीसीयू से निरीक्षक प्रमोद कुमार रूसिया, सउनि नरेन्द्र सिंह राजपूत, प्रआर मेघराज चेलक, आरक्षक राजकुमार चंद्रा, अश्वनी यदु, वीरनारायण, विवेक यादव, अजय ढीमर, थाना अमलेश्वर से उप निरी0 दीनदयाल वर्मा, सउनि मानसिंह सोनवानी, प्रआर मनीष तिवारी, आरक्षक राकेश राजपूत, अजय सिंह, अमित यादव, चितरंजन प्रसाद देवांगन का विशेष योगदान रहा है।