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Durg Police ने बिहार और झारखंड से पकड़ें 3 फ्रॉड; अगर आप भी लोन के लिए करते है अप्लाई… कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल में करते हैं सर्च… तो हो जाइये सावधान! लाखों की ठगी कर बना लिया खुद का 4 मकान; जनता से पुलिस ने की ये अपील

Durg Police ने बिहार और झारखंड से पकड़ें 3 फ्रॉड; अगर आप भी लोन के लिए करते है अप्लाई… कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल में करते हैं सर्च… तो हो जाइये सावधान! लाखों की ठगी कर बना लिया खुद का 4 मकान; जनता से पुलिस ने की ये अपील

भिलाई। दुर्ग पुलिस ने आज दो बड़े फ्रॉड मामले का खुलासा किया है। जिसमें झारखंड के जामताड़ा और बिहार के नवादा के आरोपी शामिल है। दोनों मामलों खुलासा आज दुर्ग SP डॉ. अभिषेक पल्लव ने प्रेस कांफ्रेंस में किया है। आरोपियों द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड किया जाता था। जहां एक तरफ जामताड़ा ठग गिरोह ऐमेज़ॉन डिलीवरी कोरियर सर्विस के नाम पर फर्जीवाड़ा करता था। वहीं दूसरी तरफ बिहार के नवादा जिले का आरोपी बजाज फाइनेंस में लोन दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ लाखों की ठगी कर चुका है। पहला मामला झारखंड के जामताड़ा जिले का है। आरोपियों ने गूगल में फर्जी अमेजॉन कोरिअर सर्विस नंबर लिस्टिंग करवा कर रखा हुआ था। सर्विस सेंटर नंबर सर्च करने पर उनका नंबर सबसे टॉप में दिखाई देता था जिस चक्कर में मदद की चाहत में =कस्टमर इनके चंगुल में फंस जाते थे अगर आप भी सर्विस सेंटर का नंबर ढूंढते हैं तो वेबसाइट को क्रॉस चेक जरूर करें।

दूसरे मामले में आरोपी बिहार के नवादा जिले का है। आरोपी लोन दिलाने का फेसबुक में ऐड पोस्ट करता था। पैसों की तलाश कर रहे हैं लोग इनके चंगुल में आसानी से फंस जाते हैं। ये पहले 10 प्रकार के चार्जेज कस्टमर से ले लेते है। इनमे से कुछ आरोपियों ने ठगी कर के खुद का कुल 4 पक्का मकान बना लिया है, वहीँ कुछ ने गाड़ी भी खरीदा है। प्रेस कांफ्रेंस में दुर्ग पुलिस ने आरोपी से ठगी का लाइव डेमो भी करवाया है। आइए दोनों मामलों को विस्तार से समझते हैं…

केस-1: फेक एमाज़ॉन सर्विस केयर सेंटर बना कर किया फ्रॉड

झारखंड का जामताड़ा का नाम पुरे देश में प्रचलित है। जामताड़ा में बहुत से ऐसे गिरोह है जो देशभर के लोगों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड करते है। ऐसे ही एक रॉड गिरोह का दुर्ग पुलिस ने खुलासा किया है। एमाज़ॉन डिलीवरी कूरियर सर्विस के नाम धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपियों को ग्राम पिंडारी से दुर्ग पुलिस ने किया गिरफ्तार। अरेस्ट किया है। एमाज़ॉन डिलीवरी सर्विस के लिए 1000 रूपये देकर करते थे गूगल में अपना रजिस्ट्रेशन।

समझिये पूरा मामला
पुलिस ने अनुसार, दिनांक 20.03.2023 को प्रार्थी हरिश कुमार टंडन पिता दुर्ग राम टंडन उम्र 41 साल निवासी हनोदा रोड शीतला तालाब के पास वार्ड नम्बर 52 थाना पद्मनाभपुर उपस्थित होकर लिखित शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि दिनांक 19.03.2023 के लगभग 01:00 बजे से 02:00 बजे के मध्य एमाज़ॉन डिलीवरी कूरियर सर्विस की समस्या आने से गूगल सर्च इंजन पर एमाज़ॉन डिलीवरी कूरियर सर्व किया। जिस पर कुरीयर कम्पनी की समस्या का निराकरण किये जाने हेतु एक मोबाईल नम्बर प्राप्त हुआ जिस पर प्राथी द्वारा कॉल किये जाने पर सामने वाले व्यक्ति ने अपने आप को कम्पनी का प्रतिनिधि बताते हुए एक लिंक भेजा।

भेजे गये लिंक में फार्म भरने बोलते हुए प्राथी से बैंक संबंधी आवश्यक जानकारी लेकर प्राथी के मोबाईल पर ओटीपी भेजा, उसमे 05 रूपये की राशि भुगतान करने की चर्चा की गई। ठगों ने प्राथी को मोबाईल पर एक ऐप एनीडेस्क इस्टॉल करने को कहा एवं ओटीपी शेयर करने को कहा। प्राथी मोबाईल पर एनीडेस्क इस्टॉल करने के उपरांत आवेदक हरिश टंडन के बैंक खाता से विभिन्न किस्तों में कुल 422999/- रू की राशि निकाल कर धोखाधड़ी किया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्मनाभपुर में अपराध क्रमांक 39 / 2023 धारा 420 भादवि पंजीबन कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करते हुए आरोपी के मोबाईल नम्बर एवं घटना के दौरान पैसों के ट्रांजेक्सन के लिए उपयोग में लाये गये बैंक खातों का सूक्ष्मता में अवलोकन कर जानकारी एकत्र की गयी जिसमें आरोपी की उपस्थित कर्माटार जिला जामताड़ा झारखण्ड होना पता चला। जिस पर एक विशेष टीम जामताड़ा झारखण्ड हेतु रवाना की गयी। टीम द्वारा जामताड़ा पहुँच कर आरोपी के संबंध में जानकारी एकत्रित की गयी। जिस पर टीम को उक्त घटना स्थानीय निवासी अर्जुन मंडल द्वारा उक्त घटना का अंजाम देना पता चला।

टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की मदद प्राप्त करते हुए अर्जुन मंडल एवं एक सहयोगी नकुल कुमार मंडल को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ पर पुलिस को गुमराह करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर उक्त घटना को दोनों द्वारा मिलकर कारित करना स्वीकार किया। आरोपियों द्वारा बताया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम गूगल एड पर 1000 रूपये की राशि देकर डिलीवरी कूरियर के नाम पर कंपनी का रजिस्ट्रेशन प्राप्त करते है।

कोई व्यक्ति गूगल पर उक्त सर्विस हेतु सर्व करता है तो उसे डिलीवरी कूरियर रजिस्टेड कराये गये व्यक्ति का मोबाईल नम्बर दिखाई है। पीड़ित व्यक्ति द्वारा कॉल करने पर उन्हें झांसे में लेते हुए उनके फोन पर एक लिंक भेजकर फार्म भरने बोलते है व उनसे बैंक संबंधित जानकारी जैसे बैंक खाता नम्बर, सीवीवी नम्बर कार्ड एक्सपायरी डेट पिन कोर्ड नम्बर एवं ओटीपी प्राप्त करते है। मोबाईल पर एनीडेस्क ऐप इंस्टॉल करा कर उनका एक्सेस अपने पास प्राप्त कर लेते हैं। और फिर उनके बैंक खातों में रखे राशि का आहरण कर लेते है। आरोपियों की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं मोबाईल नम्बर के अतिरिक्त 14 नग विभिन्न कंपनी के मोबाईल बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्मनाभपुर से की जा रही है।

उक्त कार्यवाही थाना दुर्ग से उनि देवादास भारती, थाना पद्मनाभपुर से प्र. आर. उमेश गंगराले, आरक्षक कमलेश यादव, सिविल टीम छावनी से अमित कुमार एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से सउनि पूर्ण बहादुर प्र. आर. चन्द्रशेखर बंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक अनुप शर्मा, जावेद हुसैन, अभय राय, निखिल साहू, महिला आरक्षक आरती सिंह की सराहनीय भूमिका रही। गिरफ्तार आरोपी: 1. अर्जुन मंडल, पिता दशरथ मंडल, उम्र 28 साल, निवासी ग्राम पिंडारी थाना क्वार्टर जिला जामताड़ा झारखण्ड और 2. नकुल कुमार मंडल पिता दशरथ मंडल उम्र 22 साल निवासी ग्राम पिंडारी थाना क्वार्टर जिला जामताड़ा झारखण्ड।

केस-2: लोन दिलाने के नाम पर फ्रॉड

दूसरा मामला बजाज फाइनेंस में लोन दिलाने के नाम धोखाधड़ी करने का है। फेसबुक एड देखकर लोन के नाम पर किसान ठगी का शिकार हुआ था। आरोपी फेसबुक प्लेटफॉर्म पर एड तैयार कर घटना को अंजाम देता थे। 1 आरोपी वारसलीगंज नवादा बिहार से गिरफ्तार हुआ है। घटना में प्रयुक्त मोबाईल पुलिस ने बरामद किया है। एंटी क्राईम एंड सायबर यूनिट दुर्ग एवं चौकी अंजोरा ने संयुक्त कार्यवाही की है।

प्राथी को दिनांक 17.10-2022 को उसी नंबर से फोन आया। आरोपी आरोपी राधेश्याम कुमार ने कहा कि, लोन पास हो जायेगा प्रोसेसिंग चार्ज, बीमा चार्ज, इनकम टेक्स चार्ज के रूप में कुछ राशि अपने खाते में डालने बोला। परन्तु लोन की राशि नहीं आयी। प्राथी द्वारा संजीव कुमार को कॉल करने पर उसने बोला की आपका प्रोसेस लेट हो गया है लेट चार्ज लगेगा। इसी प्रकार से अलग-अलग प्रोसेसिंग चार्जेस के रूप में अलग-अलग दिनांक को मुझसे कुल 801465/- रू. की राशि लेकर धोखाधड़ी किया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना अंजोरा में अपराध क्रमांक 123/2023 धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

समझिये पूरा मामला:-
पुलिस के अनुसार, दिनांक 23.03.2023 को प्रार्थी झुम्मन लाल निषाद पिता स्व. भरत लाल निषाद उम्र 43 साल निवासी ग्राम चंगोरी चौकी अंजोरा थाना पुलगांव उपस्थित होकर लिखित शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि, “मुझे किराना दुकान खोलने के लिये लोन की आवश्यकता थी मै एक दिन अपने मोबाई पर फेसबुक देख रहा था। उसी दौरान लोन के लिए एक एड आया तब मैंने उसे क्लिक किया और उसमें दिये मोबाईल नंबर में कॉल किया कुछ समय बाद उसी नम्बर से मेरे मोबाईल नंबर पर फोन आया और उसने अपना नाम संजीव कुमार बजाज फाइनेंस का कर्मचारी होना बताया तब मैने दुकान के लिए पाँच लाख रूपये लोन के लिये बताया और संजीव कुमार ने उसे चौबीस घंटे में लोन पास हो जायेगा कहकर मेरा आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाता भेजने बोला, मेरे द्वारा तीनों दस्तावेज उसी समय व्हाट्सअप से भेज दिया”।

उक्त थोखाधड़ी की घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये SP डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) के द्वारा आरोपी संजीव कुमार की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) वैभव बैंकर (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (सायबर) प्रभात कुमार (भा.पु. से.) उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा (रा.पु.से.) के मार्ग दर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी पुलगांव निरीक्षक प्रदीप सोनी, चौकी अंजोरा प्रभारी उनि पवन देवांगन के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू., सीएसपी दुर्ग / छावनी स्क्वॉड एवं चौकी अंजोरा की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया।

विवेचना के दौरान टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करते हुए आरोपी के मोबाईल नम्बर एवं घटना के दौरान पैसों के ट्रांजेक्सन के लिए उपयोग में लाये गये बैंक खातों का सूक्ष्मता में अवलोकन कर जानकारी एकत्र की गयी जिसमें आरोपी की उपस्थित ग्राम माईखेरा थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार होना पता चला। जिस पर एक विशेष टीम ग्राम साईखेरा थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार हेतु रवाना की गयी। टीम द्वारा वारसलीगंज जिला नवादा बिहार पहुँच कर आरोपी के संबंध में जानकारी एकत्रित की गयी। जिस पर टीम को उक्त घटना स्थानीय निवासी राधेश्याम कुमार द्वारा उक्त घटना का अंजाम देना पता चला।

टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की मदद प्राप्त करते गुमराह हुए राधेश्याम कुमार को घेराबंदी कर पकड़ा गया आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ पर पुलिस को करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर उक्त घटना को अंजाम देना करना स्वीकार किया। आरोपी द्वारा बताया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम फेसबुक पर लोन हेतु एक एड तैयार लोगों को झांसे में लेते है। जब कोई उनके झांसे में आ जाता है तो उनसे आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाता मांगा जाता है। उसके पश्चात् कुछ ऑन लाईन फार्म भरने की प्रक्रिया कराया जाकर विभिन्न प्रोसेस के नाम पर अलग-अलग चार्जेस लेकर ठगी की घटना को अंजाम देते है। आरोपी की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं मोबाईल नम्बर बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही चौकी अंजोरा थाना पुलगांव से की जा रही है।

देखिए दुर्ग पुलिस की अपील :-


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