16 people died due to drinking poisonous liquor
मल्टीमीडिया डेस्क। बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब ने तबाही मचा दी है. इस बार यह हादसा मोतिहारी में हुआ है. जहरीली शराब पीने से बीमार हुए अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. अभी दर्जनों लोग बीमार चल रहे हैं. मोतिहारी के सदर अस्पताल सहित तीन प्राइवेट क्लीनिक में इन बीमार लोगों का इलाज चल रहा है. कुछ महीने पहले ही छपरा में भी ऐसा ही कांड हुआ था जिसमें कई दर्जन लोग मारे गए थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, छह गांवों के लोगों ने अलग-अलग जगहों पर शराब पी थी. तुरकौलिया में मेडिकल टीम कैंप कर रही है. तुरकौलिया के ध्रुव पासवान, छोटू कुमार, अशोक पासवान और रामेश्वर राम उर्फ जटा राम और हरसिद्धि के पिता पुत्र परमेन्द्र दास और नवल दास, ,पहाड़पुर के टुनटुन सिंह और भूटन मांझी की मौत हुई है. सदर अस्पताल के डॉक्टर अमित और ग्रामीण डॉक्टर विनोद ने जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई है. मोतिहारी के जिन इलाकों में मौत हुई है वहां मातम का माहौल बना हुआ है.
प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन अगर कल ही मान लेता कि जहरीली शराब का मामला है तो संभव था कि हालात पर कुछ काबू पाया जा सकता था. शुरुआत में प्रशासन बता रहा था कि लोगों की मौत को डायरिया से हुई है. मृतकों के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक के घर वाले शराब पीने की पुष्टि कर रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रशासन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के इंतजार में बैठा है.
बताया गया है कि कुछ लोग एक जगह गेहूं काटने गए थे. यहीं लोगों ने इकट्ठे शराब पी. लौटने के बाद इन लोगों की तबीयत खराब होने लगी तो शराब की ओर ध्यान दिया गया. कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि प्रशासन और लोगों के बीच बातचीत के अभाव के चलते कई लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमॉर्टम के ही कर दिया गया है.
शुक्रवार शाम से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ
मौतें शुक्रवार को शुरू हुईं। शाम तक 8 लोगों की जान चली गई. शनिवार सुबह यह आंकड़ा बढ़ कर 16 हो गया. परिवार वालों ने 7 शवों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमॉर्टम के ही कर दिया.