भिलाई। भिलाई के वैशाली नगर थाना क्षेत्र में 2 साल पहले हुई एक हत्या के मामले का पुलिस ने अब खुलासा किया है। मृतक वरुण कुमार श्रेय की हत्या पैसों के लेन-देन के विवाद में की गई थी। यह हत्या 6 मार्च 2022 को हुई थी, जब मृतक अपने दोस्त कालिया उर्फ अरथ नेताम के साथ शराब पीने गया था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विस्तृत जांच की और आखिरकार 5 जनवरी 2025 को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस जांच में थाना वैशाली नगर और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट दुर्ग की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। आरोपी कालिया उर्फ अरथ नेताम को 05 जनवरी 2025 को गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।

पुलिस के अनुसार, मार्च 2022 में जब मृतक वरुण कुमार श्रेय अपने दोस्त कालिया उर्फ अरथ नेताम के साथ पेंटिंग का काम करने के बाद शराब पीने के लिए कचरा भट्टी, जवाहर नगर गया था। अगले दिन 07 मार्च 2022 को 108 एंबुलेंस द्वारा जवाहर नगर शराब भट्टी के पास से एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने की सूचना दी गई। शव को सुपेला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। चूंकि यह घटना वैशाली नगर थाना क्षेत्र की थी, इसलिए मर्ग पंचनामा कार्यवाही की गई।
मृतक की पहचान उसकी पत्नी संतोषी ने की, और उसका नाम वरुण कुमार श्रेय था। उसकी उम्र 37 वर्ष थी और वह रामनगर मुक्तिधाम के पास, शीतला मंदिर के पास रहता था। मृतक के शव को पहचानने के बाद पंचनामा कार्यवाही की गई और शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। थाना प्रभारी वैशाली नगर उप निरीक्षक अमित अंदानी और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट दुर्ग के प्रभारी निरीक्षक तापेश नेताम को मामले की जांच करने के लिए निर्देशित किया गया। मर्ग जांच के दौरान, 04 जनवरी 2025 को अपराध संख्या 04/2025 के तहत धारा 302 (हत्या) का मामला दर्ज किया गया।
जांच में पता चला कि मृतक वरुण कुमार श्रेय का दोस्त कालिया उर्फ अरथ नेताम, मृतक के साथ अंतिम बार शराब पीने के लिए गया था। दोनों पेंटिंग का काम करते थे और पैसों के लेन-देन को लेकर उनका विवाद हुआ था। इस विवाद के बाद, आरोपी कालिया ने मृतक को ज्यादा शराब पिलाई और उसके बाद पंच और लकड़ी के डंडे से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने इसे स्वीकार कर लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए, घटना स्थल का सीन रीक्रिएट किया गया और परिस्थितिजन्य साक्ष्य एकत्र किए गए। आरोपी से कड़ी पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार किया।