दुर्ग। रविवार का दिन छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के लिए ऐतिहासिक रहा। जिले के खेल गांव के नाम से प्रसिद्ध पुरई गांव में एक तैराकी की खिलाडी ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। कच्चे माकन में रहने वाली गरीब परिवार में जन्मी चंद्रकला ओझा ने रविवार को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। सुबह 4:30 बजे से अपने इष्ट देव की पूजा पाठ करके 5 बजे डोंगिया तालाब में तैरना शुरू किया। तालाब के पास सुबह से ही मीडिया पहुंच गई थी। दिल्ली से आए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड चीफ हेड मनीष बिश्नोई ने प्रोत्साहित करते हुए चंद्रकला ओझा को तैरने की अनुमति दी।
भिलाई टाइम्स की टीम चन्द्रकला के घर पहुंची और उनके परिश्रम, सफर और पूरी कहानी दिखाने का प्रयास किया है। भिलाई टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर आप सभी को जल्द इंटरव्यू देखने को मिलेगा।
थोड़ी देर बाद क्षेत्र के विधायक एवं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सुबह 10 बजे ही पहुंच गए एवं चंद्रकला ओझा का हौसला अफजाई किया। 7 घंटे के अंदर ही मंत्री का पुनः दोबारा आगमन हुआ और लगातार एक घंटा बैठकर के चंद्रकला ओझा का हौसला अफजाई किया। मंत्री के साथ ही रिसाली निगम की महापौर शशि सिन्हा, श्रम कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष केशव बंटी हरमुख, समाजसेवी हर्ष साहू, डिगेंद्र हिरवानी, प्रमोद जैन, पूर्णिमा ठाकुर, सरपंच पुरई उमा रिगरी, उप सरपंच शीतला ठाकुर, फ्लोटिंग विंग्स स्विमिंग एकेडमी के अध्यक्ष दिवाकर गायकवाड, कोच ओम ओझा एवं पूरी टीम ऑफिसियल के रूप में बालक दास डहरे, राजेश कुमार देवांगन, स्नेहा डहरिया, ईश्वर ओझा, टुम्मन देवांगन सहित फ्लोटिंग विंग्स स्विमिंग अकैडमी पुरई के सभी सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
तैराक चंद्रकलाओझा ने हिम्मत दिखाते हुए लगातार 8 घंटे तैरकर कर गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक वर्ल्ड में अपना नाम दर्ज किया। ज्ञातव्य हो कि इसके पहले ईश्वर ओझा ने इसी डोंगिया तालाब में 6 घंटे तैयार करके रिकॉर्ड बनाया था। मंत्री के द्वारा एवं दिल्ली से आए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के चीफ हेड मनीष बिश्नोई ने चंद्रकला ओझा को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मान किया। इस पूरे कार्यक्रम को देखने के लिए दुर्ग ग्रामीण सहित दुर्ग-भिलाई सहित दूसरे जिले से भी लोग आए हुए थे।
इस रिकॉर्ड बनाने में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया और डिजिटल मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ग्राम पंचायत पुरई के पंच ग्रामवासी एवं सरपंचों ने विशेष योगदान दिया। दिल्ली से आए चीफ हेड मनीष बिश्नोई ने आने वाले समय में ओम ओझा को द्रोणाचार्य अवार्ड छत्तीसगढ़ शासन द्वारा देने के लिए अनुशंसा किया। साथ ही साथ सभी ऑफिशियलों का सम्मान गृह मंत्री साहू के द्वारा किया गया। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन अशोक रिगरी व्यायाम शिक्षक ने किया एवं आभार व्यक्त दिवाकर गायकवाड अध्यक्ष फ्लोटिंग विंग्स एकेडमी ने किया।