डेस्क। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रिटायर होने के बाद राजनीति में आए और आज राज्य में मंत्री हैं। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बिहार के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने सेवा रहते त्यागपत्र दे दिया था। वह राजनीति में आते-आते रह गए थे। अब बिहार विधानसभा चुनाव की आहट की राजनीतिक तैयारियों के बीच राज्य की चर्चित आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कारण निजी-पारिवारिक बताया है। पुलिस मुख्यालय ने अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। वह पिछले दिनों पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के बाद बनाई गई एसआईटी की प्रमुख भी रहीं और इस केस के खुलासे में अहम भूमिका निभाती हुई दिखी थीं।

काम्या मिश्रा दरभंगा की पहली ग्रामीण एसपी बनीं
जिले में ग्रामीण एसपी का पद सृजित होने के बाद काम्या मिश्रा सात मार्च 2024 को दरभंगा की पहली ग्रामीण एसपी बनीं थीं। ग्रामीण एसपी से पहले पटना सचिवालय एएसपी के पद पर तैनात थीं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में काम्या ने 172वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें आईपीएस कैडर के लिए चयनित किया गया।

पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रेक किया था
पूर्व मंत्री व विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के बाद भी आईपीएस काम्या मिश्रा का नाम चर्चा में था। उन्हें ही इस बड़े केस को सॉल्व करने की जिम्मेवारी मिली थी। उन्होंने जल्द ही इस केस को सॉल्व भी कर दिया। लेडी सिंघम के नाम से मशहूर काम्या मिश्रा मूल रूप से ओडिशा की रहने वाली हैं। 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्होंने 98 प्रतिशत अंक लाया था। इतना ही नहीं, उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रेक कर दिया। महज 22 साल की उम्र में वह आईपीएस अफसर बन गईं।

2019 बैच की आईपीएस, 2021 में आईपीएस से शादी
दिल्ली विवि के श्रीराम कॉलेज से स्नातक के बाद पहले ही प्रयास में 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी चुनी गईं काम्या मिश्रा ने देशभर में 172वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें हिमाचल प्रदेश कैडर मिला था, लेकिन फिर कैडर को बिहार करा लिया। 2021 में इन्होंने 2019 बैच के ही आईपीएस अधिकारी अवधेश सरोज दीक्षित से शादी कर ली। काम्या संभवत: अपने पिता के काम को संभालने जाएं। उनके पति अवधेश दीक्षित ने खुद के आईपीएस छोड़ने की बात से इनकार किया है।