कटक। टोल फीस भुगतान को लेकर आठगड़ थाना अंतर्गत मुंडली चेक गेट में कर्मचारी एवं छत्तीसगढ़ से आए पर्यटकों के बीच मारपीट हुई है, जिसमें 10 पर्यटक घायल हो गए हैं। टोल गेट कर्मचारियों के हमले में घायल होने वाले पुरुष, महिलाओं एवं छोटे बच्चों को इलाज के लिए आठगड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। टोल फीस भुगतान के लिए 50 रुपये के बजाए टोल गेट के कर्मचारी ने 500 रुपये मांगा, जिसका बस ड्राइवर एवं बस में सवार पर्यटकों ने विरोध किया।
बात आगे बढ़ी और टोल गेट के कर्मचारी और पर्यटकों के बीच तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। बाद में टोल गेट के कर्मचारियों ने पर्यटकों पर हमला किया और बस में तोड़फोड़ की, जिससे बस की शीशा भी टूट गया।
इस हमले में पर्यटकों को चोट लगने के बाद उन्हें इलाज के लिए आठगड़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मारपीट की घटना में शामिल टोल गेट के दो कर्मचारियों को हिरासत में लेकर आठगड़ थाना की पुलिस पूछताछ कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, पुरी श्री मंदिर में दर्शन करने के बाद मंगलवार अपराह्न छत्तीसगढ़ से आए 70 से अधिक पर्यटक दो बस में संबलपुर को लौट रहे थे।
मुंडली चेक गेट में गाड़ी पहुंचने के बाद उनसे टोल फीस के बाबत 50 रुपये के बजाए 500 रुपये मांगे गए, जिसको लेकर टोल गेट के कर्मचारी और बस ड्राइवर के बीच पहले तूू-तू मैं-मैं शुरू हुई। फिर उसी घटना को लेकर टोल गेट कर्मचारी और पर्यटकों के बीच कहासुनी भी हुई। जिसके बाद गुस्से में आकर टोल गेट के कर्मचारियों ने बस में सवार पर्यटकों पर हमला करना शुरू कर दिया। उनके बीच मारपीट शुरू हुई।
इस बारे में सूचना मिलते ही आठगड़ थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर घायल पर्यटकों को तुरंत मौके पर से उद्धार कर आठगड़ के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया।
अस्पताल में इलाज के लिए छत्तीसगढ़ में शक्ति जिला के मालदा गांव के रहने वाले बुद्धि राम कश्यप, यमुना कश्यप, शशि विजय कश्यप, श्री कुमार कश्यप आदि एडमिट हुए हैं।
जमुना के दाहिने हाथ पर गहरी चोट लगी है, जबकि शशि विजय के मुंह और पैर में चोट लगी है। बुद्धि राम के सिर पर चोट लगने की बात का पता चला है। मामले को लेकर आठगड़ के एसडीपीओ विजय कुमार बिशी ने जागरण संवाददाता अक्षय प्रधान से इस घटना के बारे में बात करते हुए बुधवार को कहा कि टोल फीस भुगतान को लेकर यह घटना घटी है और टोल गेट के कर्मचारी एवं पर्यटकों के बीच मारपीट हुई है। दोनों पक्षों की ओर से थाना में शिकायत दर्ज की गई है।
पुलिस ने इस घटना को लेकर दो मामले दर्ज करते हुए घटना की छानबीन कर रही है। हालांकि, इस घटना में शामिल होने के आरोप में टोल गेट के दो कर्मचारियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
घटना में कुछ और लोगों के शामिल होने की बात कही है। उन्हें दबोचने के लिए पुलिस की ओर से छापेमारी की जा रही है। एसडीपीओ बीशी ने कहा कि फिलहाल घटना की छानबीन की जा रही है, लेकिन अस्पताल में इलाज करवाने वाले सभी पर्यटक सुरक्षित हैं । उनकी हालत में सुधार आई है।
बाहर से आए पर्यटकों के साथ ऐसी हरकत निंदनीय
उन्होंने आगे कहा, इस घटना में जो भी दोषी पाया जाएगा कानून के तहत उनके खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर स्थानीय बुद्धिजीवीयों ने इस घटना की निंदा की है।
राज्य के बाहर से आए पर्यटकों पर इस तरह की हमला शर्मशार करने वाली है। इस तरह की बेहूदा हरकत करने वाले टोल गेट कर्मचारियों के खिलाफ बुद्धिजीवीयों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
तीर्थ यात्रियों के साथ हुई मारपीट को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने अरुण साव ने ट्वीट कर घटना को निंदनीय बताया है. उन्होंने प्रशासन से मामले को संज्ञान में लेने की अपील की है.
साव ने कहा, पड़ोसी राज्यों के यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों राज्य की है. तीर्थयात्री अभी दहशत में हैं. स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही.
कंटेंट सोर्स – जागरण.कॉम