भिलाई। छत्तीसगढ़ में फूड डिपार्टमेंट द्वारा ताबड़तोड़ चेकिंग की कार्रवाई जारी है। राजधानी रायपुर के बाद सोमवार देर शाम खाद्य विभाग ने भिलाई के कई बड़े नामचीन फ्रैंचाइजी रेस्टोरेंट्स में छापा मारा। दुर्ग जिले के भिलाई सूर्या टीआई मॉल में संचालित डोमिनोज, केएफसी, पिज्जा हटऔर मैकडॉनल्ड्स में खाद्य सुरक्षा विभाग ने रेड मारी। रिसाली के डोमिनोज़ आउटलेट में भी चेकिंग की गई। जांच के दौरान पता चला कि, डोमिनोज़ और मैकडॉनल्ड्स में एक ही किचन में वेज-नॉनवेज खाना बनाया जा रहा था। एक कुक ओवन में ही दोनों एक साथ तैयार होता था। जाँच के दौरान केवल केएफसी में कुछ हद तक नियमों का पालन करते पाया गया। खाद्य विभाग की अधिकारी ऋचा शर्मा के नेतृत्व में खाद्य निरीक्षक क्षीरसागर पटेल, लैब टेक्नीशियन प्रकाश परमार सहित अन्य अधिकारी ने चेकिंग की कार्रवाई की।

डोमिनोज़ में क्या मिला?
डोमिनोज़ का गुमास्ता लाइसेंस खत्म हो गया था। संचालक ने नया गुमास्ता लाइसेंस भी नहीं बनवाया। इनके पास किसी भी कर्मचारी का मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं है। इन्होंने संस्थान में पेस्ट कंट्रोल भी नहीं कराया था। वेज और नॉनवेज पिज्जा एक ही ओवन में पकाए जा रहे थे। बिना ग्लव्स यूज किए वेज और नॉनवेज की सामग्री निकालकर पिज्जा में डाली जा रही थी। इसे लेकर खाद्य एवं औषधि निरीक्षक ने नोटिस जारी करने की बात कही है। रिसाली के डोमिनोज़ में भी कुछ यही हाल देखने को मिला।
KFC में भी हुई चेकिंग
जब खाद्य विभाग के अधिकारियों ने केएफसी का निरीक्षण किया, तो वहां एक ही तेल में खाने का सामान बार-बार फ्राई किया जा रहा था। मैनेजर ने कहा कि वो तेल की गुणवत्ता को मीटर से नापते हैं। इस पर खाद्य विभाग के अधिकारियों ने मैनेजर से फ्राई तेल का सैंपल लिया है। इस सैंपल को लैब में चेक करने पर पता चलेगा कि यह गुणवत्ता युक्त है या नहीं।
पिज्जा हट के मैनेजर को फटकार
जब पिज्जा हट के अंदर किचन और स्टोर रूम का निरीक्षण किया, उन्होंने पाया कि यह रेस्टोरेंट बिना फूड सेफ्टी सुपरवाइजर के संचालित हो रहा था। इनके पास उसका ट्रेनिंग सर्टिफिकेट भी नहीं था। जिस पर उन्होंने मैनेजर को जमकर फटकार लगाई। सभी दस्तावेजों के साथ कार्यालय आने को कहा है। इस दौरान खाद्य निरीक्षक क्षीरसागर पटेल, लैब टेक्नीशियन प्रकाश परमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मैकडॉनल्ड्स में एक साथ वेज -नॉन वेज
मैकडॉनल्ड्स में वेज-नॉनवेज खाद्य सामग्री एक साथ रखे मिले। इसके लिए अलग-अलग जगह निर्धारित नहीं की गई थी, ना ही वहां स्टिकर लगाया गया था।