छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार, थानों में लकी ड्रा से पोस्टिंग: चिट निकाल कर सिपाहियों ने चुनी मनचाही तैनाती… महिला पुलिसकर्मियों को मिली ये खास छूट… SP बोले- पारदर्शिता के लिए पहल

कवर्धा। कबीरधाम पुलिस की अनोखी पहल की इंटरनेट मीडिया में खूब चर्चा हो रही है। यहां पुलिस कप्तान ने नवपदस्थ आरक्षकों की पहली पोस्टिंग के चयन का अधिकार उन्हें ही दिया। जिले के रिक्त पदों की पहले सूची बनाई गई। आरक्षकों से एक-एक चिट निकालने को कहा गया। जिस आरक्षक ने जिस स्थान का चिट निकाला, उसे वहां पोस्टिंग दे दी गई।

पुलिस ट्रेनिंग करके थाने और चौकी में पहली पोस्टिंग के लिए 65 पुलिसकर्मियों का नाम इस ट्रांसफर लिस्ट में शामिल किया गया। कवर्धा के एसपी डॉ लाल उमेद सिंह ने पोस्टिंग के पहले 5 घंटे तक ट्रेनिंग से आए पुलिसकर्मियों की बैठक ली। एसपी ने कहा कि ट्रांसफर में पारदर्शिता लाने के लिए यह कदम उठाया गया है।

कैसे हुई पुलिसकर्मियों की पोस्टिंग?
दरअसल कवर्धा जिले में नए पदस्थ महिला और पुरुष सिपाहियों की ट्रेनिंग के बाद पुलिस लाइन में ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए पहुंचे थे। इस पर एसपी लालउमेद सिंह और एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने जवानों की पांच घंटे तक बैठक ली। कवर्धा जिले के थाने और चौकियों में खाली जगहों पर ट्रेनिंग से आए इन नौजवानों की पोस्टिंग की जानी थी। जिसमें एसपी ने इनकी पोस्टिंग पर्ची के माध्यम से लॉटरी निकाल कर की।

पर्ची में थाने और चौकी का नाम लिखा था जिस जवान जो पर्ची उठाया और उस पर्ची में जो भी थाना और चौकी का नाम लिखा हुआ होता वहां उसकी पोस्टिंग की गई। हालांकि इस दौरान एक शर्त भी रखी गई कि अगर किसी पर्ची में किसी कर्मचारी के मूल निवास स्थान का थाना या चौकी क्षेत्र का नाम आता है तो उसे दूसरी पर्ची निकालनी होगी।

जवानों में सकारात्मक विचार लाने की पहल- एसपी
कवर्धा एसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि पोस्टिंग से पहले ट्रेनिंग से आए सभी 65 जवानों की 5 घंटे तक बैठक ली गई। उसके बाद लकी ड्रॉ निकालकर ट्रेनिंग से आए सभी पुलिसकर्मियों की पोस्टिंग की गई। इस तरह की पोस्टिंग किए जाने के पीछे मकसद यह है कि पुलिस कर्मी यह ना सोचें कि उसकी पहुंच ऊपर तक नहीं है।

महिला पुलिसकर्मियों को मिली ये खास छूट
इस वजह से उसे अच्छा थाना नहीं मिला है, किसी भी जवानों में नकारात्मक विचार ना आए। इस वजह से पारदर्शिता लाने के लिए और जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए लकी ड्रॉ निकालकर पोस्टिंग की गई है।

इस दौरान यह भी शर्त रखी गई कि जिस जवान की उसके निवास क्षेत्र का थाना निकलेगा तो उसे दूसरी चिट निकालनी होगी और महिला पुलिस कर्मियों के लिए यह मौका दिया गया कि अगर उनका नाम किसी नक्सली क्षेत्र के थाने में आता है तो वह भी दूसरी बार चिट उठा सकती हैं।


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