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डेस्क। बिलासपुर जिले में मोबाइल गेम के लत में एक नाबालिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामला बिलासपुर के बेलगहना पुलिस चौकी क्षेत्र में रहने वाले एक 16 साल के लड़के को लगातार फ्री फायर मोबाइल गेम खेलने की लत लगी थी, इसकी वजह से वह काफी परेशान और डिप्रेशन में रहा करता था. ये जानकारी पुलिस को उसके दोस्तों ने दी है. लिहाजा पुलिस आत्महत्या के संभावित सभी कारणों की जांच कर रही है और इस मामले में एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा ने स्पष्ट कर दिया है कि, जांच के बिंदु में मोबाइल वीडियो गेम के एडिक्शन भी मुख्य वजह हो सकती है.
मोबाइल गेम “फ्री फायर” की वजह से आत्महत्या
महज़ 16 साल के लड़के ने अचानक जंगल में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इस मामले में जितना मृतक के परिवार वालों को चौंकाया है उतना ही पुलिस को भी हैरान किया है. बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार एक नाबालिग इस तरह के निर्णय किन परिस्थितियों में ले सकता है? आखिर खुद की जान लेने के पीछे इतनी बड़ी कौन सी वजह हो सकती है?
पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच कार्रवाई शुरू कर दी है. प्राथमिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार 16 साल के इस लड़के के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि, वह अक्सर मोबाइल में फ्री फायर गेम देर तक खेलता रहता था. इसकी वजह से कई बार वह परेशान और डिप्रेशन में भी रहने लगा था. यही वजह थी कि वह दोस्तों से भी ज्यादा खुलता-मिलता नहीं था. ऐसे में बहुत संभव है कि उसने मोबाइल फोन और फ्री फायर वीडियो गेम की वजह से ही आत्महत्या कर ली होगी. फिलहाल कोटा पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में मिली जानकारी के अनुसार एडिशनल एसपी अर्चना झा ने बताया कि बिलासपुर जिले के बेलगाना पुलिस चौकी के ग्राम करही कछार में रहने वाले 16 साल के इस बच्चे ने घर से दूर जंगल में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पीएम के लिए भेज दिया है, अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की जांच करवाई आगे बढ़ेगी.
ग्रामीण क्षेत्र की युवाओं में मोबाइल एडिक्शन
इस पूरे मामले में पुलिस ने इस बात को सतही स्तर पर पता लगा लिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शहर की तुलना में युवाओं को और खासकर किशोर अवस्था में रहने वाले युवाओं में मोबाइल एडिक्शन ज्यादा देखने को मिल रहा है. इंटरनेट के संपर्क में आने के बाद ऑनलाइन वीडियो गेम के माध्यम से घंटों अपने साथियों के साथ संपर्क में रहने वाले इन युवाओं को अब इसकी लत लग गई है.