जगदलपुर। गणतंत्र दिवस पर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के सरेंडर नक्सली संजय पोटाम को एक बार फिर राष्ट्रीय वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है. इनके अलावा नक्सलियों को ढेर करने वाली महिला DSP अंजू कुमारी सहित जिले के 9 पुलिस अफसर-कर्मियों काे भी पुलिस पदक से सम्मानित किया जा रहा।
दंतेवाड़ा से 9 पुलिस अफसर-कर्मियों का चयन
छत्तीसगढ़ के 11 अफसरों को वीरता पदक मिलने जा रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा दंतेवाड़ा जिले के हैं. नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले से जिन 9 पुलिस अफसर-कर्मियों का चयन हुआ है। इनमें डीएसपी अंजू कुमारी,निरीक्षक संजय पोटाम,उप निरीक्षक चैतराम गुरूपंच, हेड कांस्टेबल हेमला नंदू, प्यारस मिंज, कमलेश मरकाम,कांस्टेबल मनोज पुनेम हैं. इनके अलावा शहीद प्रधान आरक्षक बुधराम कोरसा को भी मरणोपरांत ये वीरता पदक दिया गया है.

महिला DSP ने दो नक्सलियों को किया था ढेर
दरअसल 18 दिसंबर 2021 को दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर के पोटाली और सुकमा गोंडेरास के जंगल में दरभा डिवीजन के 50-60 सशस्त्र नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान पर डीएसपी अंजू कुमारी के नेतृत्व में पोटाली मिच्चीपारा के बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें अदम्य साहस एवं वीरता के साथ जवाबी कार्रवाई करते हुए 02 सशस्त्र नक्सलियों को मार गिराया था. अंजू कुमारी साल 2021 से दंतेवाड़ा में पोस्टेड हैं. नक्सलियों से लोहा लेने वाली महिला डीआरजी टीम को लीड करती हैं.
जानें कौन हैं संजय पोटाम
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में डीआरजी टीम में तैनात संजय पोटाम उर्फ बदरु को तीसरी बार राष्ट्रीय वीरता पदक से सम्मानित किया जा रहा है. संजय पोटाम पहले नक्सल संगठन में था. दरभा डिविजनल कमेटी का सदस्य था. उसने साल 2013 को दंतेवाड़ा पुलिस के सामने सरेंडर किया था. इसके बाद पुलिस के लिए गोपनीय सैनिक का काम करने लगा.संजय की पुख्ता सूचनाओं पर दंतेवाड़ा पुलिस को नक्सल मामलों में कई सफलताएं मिली हैं.ऐसे में इसका लगातार प्रमोशन होता रहा और निरीक्षक बन गया. कई नक्सलियों को ढेर किया है,सरेंडर करवाया है. उन्हें पहले भी दो बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया था.अब तीसरी बार ये सम्मान मिल रहा है.
इन्हें मिलेगा वीरता पदक –
