Heart-wrenching incident in Chhattisgarh
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक दिल झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। एक मां को अपने औलाद के अंतिम संस्कार के लिए 2 दिनों तक भटकना पड़ा। मानवता को शर्मसार करने वाली घटना कांकेर जिले के कांकेर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। मासूम की मौत के बाद उसकी मां 2 दिन तक बच्चे के शव को सीने से लगाकर घूमती रही। उसने कई लोगों से बच्चे का अंतिम संस्कार कराने के लिए मदद मांगी, मगर किसी ने उसकी सहायता नहीं की। उधर, पिता और पति ने पहले से ही उसे घर से निकाल दिया था। जिसके कारण वह कई दिनों से मायके में ही भटक रही थी।
मलांजकुड़ूम की रहने वाली मनसू गावड़े(22) की शादी कुछ साल पहले मुरागांव निवासी लक्ष्मण गावड़े से हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। मनसू भी मानसिक रूप से कमजोर थी। इसलिए आए दिन दोनों के बीच विवाद होता था। इस बीच वो गर्भवती हो गई, उस दौरान उसकी तबीयत भी काफी बिगड़ गई थी। मगर पति ने उसका इलाज नहीं करवाया।
बताया गया कि तबीयत बिगड़ने के बाद मनसू की स्थित और खराब हो गई। इसके बाद जब उसने बच्चे को जन्म दिया, तब बच्चा भी काफी कमजोर था। बच्चा होने के बावजूद लक्ष्मण उससे मारपीट करता था। आए दिन विवाद होता था। इसी कारण मनसू कुछ समय पहले अपने मायके मलांजकुड़ूम आ गई। यहां मायके में वो कुछ दिन रही, लेकिन मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसके पिता ने भी उसे घर से निकाल दिया।
इसके बाद से मनसू मायके में ही यहां-वहां घूमती रहती थी। वो खाने-पीने के लिए भी मोहताज थी। इधर-उधर मांगकर वह खाना खाया करती थी। इस बीच उसके बच्चे की भी मौत हो गई। इस बात की जानकारी तब सामने आई, जब रविवार दोपहर मलांजकुड़म जलप्रपात के बीच महिला अपने बच्चे का शव लिए बैठी थी। जलप्रपात घूमने आए लोगों ने उसे देखा था। जिसके बाद महिला ने उनसे मदद मांगी।
ये देखने के बाद ही घूमने आए लोगों ने महिला की मदद की और उसके बारे में जानकारी मांगी। तब उसने पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। मगर मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण महिला ठीक से ज्यादा बोल नहीं पा रही थी। फिर भी उसने थोड़ी बहुत जानकारी दी है। उसने बताया कि उसका 2 साल का बच्चा शनिवार सुबह खत्म हो गया। इसलिए मैं उसे सीने से लगाई घूमती रही, कुछ लोगों से मदद मांगी, पर किसी ने मदद नहीं की। इसलिए यहां जलप्रपात के किनारे बैठी थी।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद नगर पालिका की टीम को बुलाया गया। तब बच्चे का अंतिम संस्कार रविवार शाम को किया गया है। वहीं महिला के देख-रेख के लिए उसे सखी सेंटर भेजा गया है। जहां उसकी ठीक से देख रेख हो सके। पुलिस को भी इस बात की सूचना दी गई थी। पुलिस ने महिला से इस बारे में और जानकारी जुटानी चाही, लेकिन वह ज्यादा कुछ बोल नहीं पा रही थी।
वहीं इस मामले को लेकर कांकर थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर उसका विधिवत अंतिम संस्कार नगर पालिका की मदद से कराया गया। बच्चा काफी कमजोर व कुपोषित था जिससे उसकी स्वाभाविक मौत हुई। महिला को सखी सेंटर भेजा गया है। पहले महिला का काउंसलिंग कराया जाएगा। इसके बाद उसके परिवार के लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।