बाएं में घायल अवस्था में प्राथि, दाएं में जिसपर मारपीट का आरोप
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आदर्श आचार संहिता लागू होने के गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। दरहसल जमीन माफिया कहे जाने वाले जावेद प्रधान के बेटे फरहान अली प्रधान की गुंडागर्दी खुले आम चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को बैरन बाजार के पास इनकी गुंडा गर्दी देखने को मिली। फरहान अली प्रधान ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक अकेले लड़के को दौड़ा-दौड़ा कर पूरे मोहल्ले में पीटा। लेकिन इन रसूखदार के बेटे का इतना आतंक है की पूरे मोहल्ले में किसी ने भी बीच बचाव की कोशिश नहीं की जिस किसी ने बीच बचाव की कोशिश करनी भी चाही तो उसे भी डराकर भागा दिया गया। पीड़ित अली अब्बास नकवी ने पुलिस को शिकायत की है कि, वह रजत सेन्ट्रम भांठागांव चौक के पास रायपुर में रहता हूं। बैजनाथ पारा मे उसका नकाब हाउस के नाम से कपड़े का दुकान है। एक अप्रैल की रात करीबन 12:30 बजे वो अपने दोस्त असगर रिजवी, अम्मार रियाज, शाकिब शेख के साथ असगर रिजवी के घर गावली पारा बैरन बाजार रायपुर जा रहा था तभी गोल्डन मस्जिद के सामने अपने परिचित शहनवाज सिद्धीकी के बातचीत कर रहा थे उसी समय उसके साथ फरान प्रधान, अबरार, इम्तेयाज जैदी एवं अन्य लोग पुरानी बातों को लेकर गाली-गलौज कर रहे थे जिसे मैं मना किया तो यहां से चले जाने को कहां मैं यहां से नही जाउंगा कहां तो वे लोग मां बहन की अश्लील गंदी गंदी गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर मारपीट किया। मारपीट से मेरे माथे, दाहिने आंख के उपर, दाहिने अंगुठा, बाये पैर के पंजे में चोट आया है। घटना के समय मेरे दोस्त असगर रिजवी, अम्मार रियाज, शाकिब शेख मेरे साथ मे थे व आने जाने वाले लोग देखे सुने है।
पुलिस ने फरहान प्रधान, अबरार, इम्तियाज जैदी और जिशान कामदार के खिलाफ IPC की धारा 294, 323, 506 और 34 के तहत कारवाई की गई हैं। बताया जाता है कि, पहले भी फरहान अली प्रधान ने लाल गंगा मॉल के पास एक लड़के से मारपीट की थी जिसकी वीडियो भी बहुत वायरल हुए था। जिसमे उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज हुए थी, लेकिन इसके बाद भी फरहान अली प्रधान को कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि इसका पिता जावेद अली प्रधान पुलिस के रिकॉर्ड में गुंडागर्दी करने और जमीन के फर्जीवाड़े करने के कई मामले दर्ज है। बताया जाता है की इनके ऊपर कई बड़े राजनीतिक नेताओ का हाथ है। जिसके चलते ये बाप-बेटे इस शहर में अपनी गुंडा गर्दी खुले आम करते हैं।
ऐसे में ये सवाल उठना लाज़मी है कि, क्या जावेद अली प्रधान के बेटे को कानून और आचार संहिता का बिलकुल भी कोई डर नही है? क्या इनके हिसाब से कानून इनकी जेब में रहती है? क्या इन्हें पुलिस प्रशासन का भी इनको कोई डर नही है? इससे ये प्रतीति होता है फरहान अली प्रधान और इसके दोस्तो की फौज किसी को भी मारपीट करने में और डराने धमकाने में या जान से मारने की धमकी देने में थोड़ा भी नहीं सोचते है।