IIT भिलाई द्वारा “इंडस्ट्री- एकेडेमिया राउंड टेबल” का आयोजन: छत्तीसगढ़ के उद्योगों को तेजी से विकसित करने की गई पहल… डायरेक्टर प्रो.राजीव ने कहा- आईआईटी भिलाई और इंडस्ट्रीज को साथ काम करने की जरूरत

भिलाई। आईआईटी भिलाई द्वारा गुरुवार, 26 मार्च को होटल रोमन पार्क में “इंडस्ट्री- एकेडेमिया राउंड टेबल” कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के उद्योगों का तेजी से विकास कैसे हो, इसके लिए कौन सी नई तकनीक अपनाई जाए रहा। इसे लेकर आईआईटी के डायरेक्टर प्रो.राजीव प्रकाश के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि आईजी पुलिस राम गोपाल गर्ग थे। कार्यशाला में एमएसएमई जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष के.के. झा सहित दुर्ग भिलाई व अन्य क्षेत्रों के वरिष्ठ एवं युवा उद्योगपति काफी संख्या में उपस्थित हुए।

कार्यशाला के शुरुआत में आईआईटी के प्रो. संतोष बिस्वास, आरएंडडी के डीन,विष्णु वैभव द्विवेदी, मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (नवाचार और प्रौद्योगिकी फाउंडेशन), डॉ सौराद्युति पॉल, एचओडी (सीएसई विभाग),डॉ सौम्या गंगोपाध्याय, एचओडी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने प्रोजेक्टर के माध्यम से आईआईटी भिलाई के पिछले 7 वर्षों की जर्नी को संक्षेप में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि भिलाई आईआईटी क्या-क्या कर रहा है। यहां के उद्योगों के लिए किन-किन क्षेत्रों में संभावनाएं हैं उनकी तलाश की जा रही है जहां काम किया जा सकता है।

आईआईटी भिलाई के प्रो. राजीव प्रकाश ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आईआईटी भिलाई और इंडस्ट्रीज कैसे एक साथ आकर काम कर सकते हैं हमें इस दिशा में सोचने की जरूरत है।उन्होंने बताया कि आईआईटी भिलाई कई प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है। जैसे स्टील मेकिंग में कैसे कार्बन का उत्सर्जन ना हो। उन्होंने और कई उदाहरण दिए तथा उद्योगपतियों से आव्हान किया कि वह आईआईटी भिलाई से क्या अपेक्षा रखते हैं वह बताएं, उसके लिए वे और उनकी टीम पूरी तरह तैयार हैं।

मुख्य अतिथि आईजी पुलिस रामगोपाल गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि भिलाई और यहां के लोग लक्की हैं कि यहां आईआईटी जैसा इंस्टिट्यूट बना है। आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि दुर्ग पुलिस भी आईआईटी के साथ जुड़ चुकी है। पुलिस प्रशासन आईआईटी भिलाई के साथ एक एमओयू पर काम भी कर रहा है, जिसके तहत आईआईटी भिलाई, पुलिस को बेहतर करने में किस तरह हेल्प कर सकती है और हम और पुलिस कैसे आईआईटी का सहयोग कर सकते हैं।इनके इंस्टिट्यूट और यहां के स्टूडेंट्स को हम किस तरह सुरक्षा और सुविधा दे सकते हैं। कई छोटे-छोटे एप बने हैं जिसकी मदद से आज हम अपराधियों तक बहुत कम समय पर पहुंच जा रहे हैं। भविष्य में भी इस तरह के और कार्य करने की जरूरत है।

कार्यशाला में उपस्थित सभी उद्योगपतियों ने अपना परिचय दिया और उनके सामने आ रही तकनीकी प्रॉब्लम से अवगत कराया। सभी ने अपेक्षा जताई कि आईआईटी भिलाई उन्हें किस तरह सहयोग कर सकता है। एमएसएमई जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष के.के.झा ने भी अपनी बात रखी और इस महत्वपूर्ण कार्यशाला के आयोजन के लिए डायरेक्टर प्रो.राजीव प्रकाश सहित अन्य प्रोफेसरों का आभार व्यक्त किया।

कार्यशाला में एमएसएमई जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष के.के. झा (कन्हैया स्टील), संरक्षक एस. स्वामीनाथन (एटमास्को लिमिटेड), उपाध्यक्ष व्यास प्रसाद शुक्ला, विजय अग्रवाल (शिवा मिनरल), महासचिव अंकित मेहता (मेहता स्टील्स), विवेक झा (शक्ति इंजीनियरिंग), अंशुल जैन (साइनो ऑर्गेनिक पेंट प्रा.लि.), सचिव मयूर कुकरेजा (कुकरेजा इंडस्ट्रीज), अभिजीत शुक्ला (सरस्वती इंजीनियरिंग वर्क्स), निश्चय झा (केव्हीपी वॉयर एंड केबल्स), कर्वित कोठारी (कोठारी केमिकल प्रा.लि.), ओमप्रकाश शर्मा (जगदम्बा इंडस्ट्रीज), मो. अली कामदार (स्ट्रक्ट राइट), सुमित अग्रवाल (पिलानिया ग्रूप) और वरिष्ठ उद्योगपति केतन शाह (सिम्प्लेक्स) एवं ए.एन. सिंह उपस्थित थे।