कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बीते दिन हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 19 आदिवासियों की मौत हो गई। आज मंगलवार को मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। एक साथ 17 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया एक ही चिता में किया गया। बताया जा रहा है कि, इसमें एक ही परिवार के 11 लोगों के शव थे। इस दौरान माहौल बेहद दुखद रहा। वहीं, दो महिलाओं के शवों का अंतिम संस्कार उनकी ससुराल में किया गया। परिवार के एक सदस्य रतन सिंह ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए रोज जाते थे, कभी बाइक से तो कभी फोर व्हीलर से जाते थे। जो गाड़ी चलाता था, उसे ज्यादा अनुभव नहीं था। अंतिम संस्कार के दौरान प्रदेश के डिप्टी CM विजय शर्मा भी वहां मौजूद रहे। हादसे के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम विष्णु देव साय, पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज समेत कई नेताओं ने दुख जताया है।
छत्तीसगढ़ शासन ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और हादसे में घायल हुए लोगों को 50 हज़ार की सहायता राशि देने का निर्णय लिया है। सीएम साय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X में इसकी जानकारी देते हुए लिखा कि, दुःख की इस घड़ी में छत्तीसगढ़ शासन पीड़ित परिवारजनों के साथ पूरी तरह खड़ा है। हमनें मृतकों के परिजनों को 5 लाख और इस हादसे में घायल हुए लोगों को 50 हज़ार की सहायता राशि देने का निर्णय लिया है। यह राशि प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी सहायता एवं बीमा आदि से मिलने वाली राशि के अतिरिक्त है। प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि सड़क सुरक्षा के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरती जाये। ऐसे हादसे रोकने के हरसंभव उपाय होने चाहिये।
दरअसल, 20 मई को तेज रफ्तार पिकअप पलटकर 20 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया था। हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई, 7 से ज्यादा लोग घायल हुए। हादसा कुकदूर थाना क्षेत्र के बाहपानी गांव के पास हुआ है। SP अभिषेक पल्लव के अनुसार मरने वालों में 18 महिलाएं शामिल हैं। इनमें मां-बेटी सहित 3 बच्चियां भी हैं। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। हादसे के दौरान पिकअप में 25 लोग सवार थे। सभी लोग तेंदूपत्ता तोड़कर गांव लौट रहे थे। हादसा इतना भयानक था कि 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के दावों से उलट ग्रामीणों का कहना है कि हादसे के समय पिकअप में 30 से 35 लोग सवार थे। ब्रेक फेल होने से हादसे की आशंका है।