भिलाई। स्टील सिटी भिलाई के कैंप-2 संतोषी पारा में श्रीमद् शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। विशाल कलश यात्रा के साथ शिव महापुराण कथा आरंभ की गई। कथा आयोजक जालंधर सिंह ने बताया कि श्रीधाम वृंदावन से पधारे राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता कान्हा महाराज के पावन सानिध्य में कलश यात्रा निकाली गई। इस विशाल कलश यात्रा में हजारों भक्त शामिल हुए। सभी मंदिरों में पहुंचकर के तथा यजमान राजकुमार शिमला देवांगन एवं इन राजू शैलजा वार्ड पार्षद कथा स्थल पर पहुंचे।


कथा में श्री धाम वृंदावन से पधारे कान्हा महाराज ने आज प्रथम दिवस की कथा में शिव महापुराण की महिमा बताते हुए कहा- मनुष्य अपने जीवन में धर्म के साथ कर्म को जोड़कर के चलता है तो वह एक किसी भी बुलंदी को प्राप्त करता है जीवन की रिश्ता इसी में है कि मनुष्य कर्म के साथ धर्म को भी जोड़कर के रखे। शिव महापुराण की महिमा बताते हुए कान्हा ने कहा कि सुंदरता और शांति की खोज में आप सारे संसार का चक्कर लगा लें, पर यदि यह आपके भीतर नहीं है, तो फिर दुनिया में कहीं नहीं है। इसलिए सदाचार के श्रृंगार से व्यक्ति को सुंदर बनाएं।


उन्होंने कहा- परिवार पर केंद्रित यह पावन ग्रंथ हमें सिखाता है कि आनंद जितना दूसरों पर छिड़का जाएगा, उतनी अधिक सुगंध हमारे भीतर से पैदा होगी। जीवन में संसार को समझने से पहले स्वयं को जानना जरूरी है। इसके लिए थोड़ा अपने भीतर उतरना पड़ता है। शरीर से आत्मा तक की यात्रा करनी पड़ती है। जो स्वयं को नहीं जान पाएगा, वह भगवान शंकर को नहीं पहचान पाएगा। शिव का सामान्य अर्थ है कल्याण। जीवन में कल्याण को समझना चाहें, तो भगवान शंकर को समझने का प्रयास कीजिए।

कथा संयोजक अशोक गुप्ता ने बताया कि कान्हा महाराज का जालंधर सिंह, धन राजू, वीरेंद्र चंद्राकर, विष्णु राम चंद्राकर, रामेश्वर, प्रदीप गुप्ता, जनार्दन तिवारी एवं कथा के प्रमुख यजमान राजकुमार शिमला देवांगन आदि भक्तजनों ने स्वागत किया एवं व्यासपीठ का पूजन किया।


