दुर्ग। दुर्ग जिले में स्वाइन प्लू से एक हफ्ते में दो मौतों से हड़कंप मच गया है। मिली जानकारी के अनुसार जिले में एक 81 वर्षीय बुजुर्ग की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई है। बुजुर्ग को सेक्टर-9 में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसने बुधवार को दम तोड़ दिया। एक सप्ताह में स्वाइन फ्लू से यह दूसरी मौत है। बीएसपी के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सेक्टर 9 हॉस्पिटल में अब तक स्वाइन फ्लू के तीन पॉजिटिव केस आ चुके हैं। तीनों मामले दल्ली राजहरा क्षेत्र से आए हैं। इसमें से दो लोगों की जान जा चुकी है, जबकि एक युवक को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा कान्टेक्ट ट्रेसिंग
सेक्टर-9 हॉस्पिटल भिलाई में 81 वर्ष वयोवृद्ध महिला निवासी मैत्री नगर रिसाली भिलाई की स्वाईन फ्लू से मृत्यु की सूचना प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम के निर्देशानुसार नोडल अधिकारी डॉ. सी.बी.एस. बंजारे द्वारा पॉजिटिव आये मरीजों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग किये जाने शहरी खंड चिकित्सा अधिकारी एवं उनके टीम को निर्देशित किया गया एवं संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें, छत्तीसगढ़ रायपुर की दिशा निर्देशानुसार प्रायमरी कान्टेक्ट में लक्षण होने पर स्वाईन फ्लू जॉच हेतु सैम्पल लिया जा रहा है।
स्वस्थ विभाग हुआ अलर्ट
संकमण से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्वाईन फ्लू से संबंधित प्रचार-प्रसार जैसे हाथों को साबुन से निरंतर धोयें एवं सार्वजनिक जगहों पर न थूके, पौष्टिक आहार खायें, पानी खूब पीयें एवं पूरी नींद ले एवं शरीर को क्रियाशील रखें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम के अनुसार मरीज की मृत्यु सिवियर निमोनिया, एक्यूट रेस्पायरेटरी डिस्ट्रेस सिन्ड्रोम के साथ हिनी पॉजीटिव स्वाईन फ्लू विथ सेप्सिस व सेप्टिक सॉक विथ डिपिकल रिस्पारेटरी एवं ओल्ड केस ऑफ सी. व्ही. ए. व अन्य कोमआर्बिड कंडिशन की शिकायत पहले से थी। संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें, छ.ग. रायपुर की दिशा निर्देशानुसार मृतक का अंतिम संस्कार किये जाने निर्देशित किया गया। उक्त मरीज को अन्य कोमआर्बिड कंडीशन जैसे उच्च रक्तचाप, सिवियर निमोनिया, डिसीज की शिकायत पहले से थी एवं उपचार दौरान 27 सितम्बर 2023 को सुबह 9 बजे अस्पताल में मृत्यु हो गयी। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है।
क्या है डॉक्टर्स की राय?
डॉक्टरों का कहना है कि स्वाइन फ्लू ऐसी संक्रामक बीमारी है जो छींकते और खांसने फैलती है। यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो वो भी H1N1 वायरस से संक्रमित हो जाता है। चिकित्सकों ने संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाने, एहतियात के तौर पर मास्क लगाने और सफाई पर खास ध्यान देने की सलाह दी है। स्वाइन फ्लू वायरस का संक्रमण होने पर पीड़ित को तुरंत अच्छे हॉस्पिटल में इलाज मिलना चाहिए। यदि समय पर इलाज नहीं मिला तो फ्लू अधिक बढ़ जाता है और उसकी मौत हो जाती है। जिन दो बुजुर्गों की मौत हुई है उनकी उम्र काफी अधिक थी। बीपी, शूगर होने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम थी। यदि कोई पॉजिटिव आता है तो उसे विशेष रूप से अलर्ट रहने की जरूरत है। पानी की कमी की शिकायत होती है। इसे दूर करने के लिए जूस, गरम सूप, पानी और तरल खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आराम और पूरी नींद लेनी चाहिए।
क्या होता है स्वाइन फ्लू?
स्वाइन फ्लू H1N1 वायरस के कारण होने वाला एक श्वसन रोग है। सूअरों के श्वसन लेने वाले तंत्र को संक्रमित करता है। आम तौर पर यह मौसमी फ्लू की तरह ही होता है। ये चहेरे से होकर मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है।
एहतियात
H1N1 फ्लू का संक्रमण होने पर मरीज को दूसरे से दूरी बनाकर रखना चाहिए। दूसरे की चीजों को नहीं छूना चाहिए। स्वच्छता पर खास ध्यान देना है। छींकते या खांसते वक्त रूमाल रख लेना चाहिए। संभव हो तो उस तरफ न खांसे छींके जिस तरह लोग हों।
लक्षण
- बुखार आना
- खांसी आना
- गले में खराश होना
- नाक बहना
- शरीर में दर्द होना
- सिर दर्द होना
- ठंड लगना और थकान होना