Massive corruption in PMAY
बेमेतरा। आवास योजना में घूसखोरी की शिकायत पर बड़ी कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तीन कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है, वही FIR के निर्देश भी दिए गए हैं। दरअसल जनपद पंचायत नवागढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत ऐरमशाही और तेंदुआ में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) में भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) सुरेश कुमार कंवर द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट और वायरल ऑडियो क्लिप के आधार पर ग्राम पंचायत ऐरमशाही की आवास मित्र नीरा साहू और ग्राम पंचायत तेंदुआ के रोजगार सहायक नारायण साहू के खिलाफ धारा 308(2) और 3(5) BNS के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। वही सेवा समाप्ति का भी आदेश जारी किया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ये कार्रवाई की गयी है।

प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी रिश्वतखोरी की एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। इस क्लिप में 25,000 रुपये की रिश्वत मांगने की बातचीत सामने आई। मामला सामने आने पर जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत बेमेतरा के निर्देश पर तत्काल जांच शुरू की गई।
जांच में आवास मित्र नीरा साहू ने स्वीकार किया कि वायरल ऑडियो में आवाज उसी की है और उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत किश्त जारी करने के एवज में 25,000 रुपये की मांग की थी। इस मामले में हितग्राही अनिता पाटिल और उसके परिजन मनीष पाटिल और ललित पाटिल के बयान भी लिए गए, जिन्होंने इस अवैध मांग की पुष्टि की।

वायरल ऑडियो और जांच में यह भी सामने आया कि ग्राम पंचायत तेंदुआ के रोजगार सहायक नारायण साहू ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से 10,000 रुपये की मांग की थी और उन्हें धमकाया था कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो मकान स्वीकृत नहीं होगा।
ग्रामवासी होलीराम यादव, गैंदराम साहू, और अन्य स्वतंत्र गवाहों ने भी अपने बयानों में बताया कि संबंधित अधिकारियों द्वारा डराकर और धमकाकर राशि मांगी जा रही थी।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित अधिकारी जनता को भयभीत कर सरकारी योजना के लाभ के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे थे। यह आचरण घोर आपराधिक और प्रशासनिक अनियमितता का प्रमाण है। इस आधार पर दोनों दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।