सुपेला अंडरब्रिज से स्थानीय व्यापार का मंदा होना तय…चैंबर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री भसीन और अध्यक्ष गारगी ने ADM से मुलाकात दिया ये तर्क

भिलाई। भिलाई चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधिमण्डल ने आज प्रदेश महामंत्री अजय भसीन औऱ भिलाई इकाई अध्यक्ष गारगी शंकर मिश्र के नेतृत्व में ऐडीएम पद्मिनी भोई और रावटे से भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल ने सुपेला रेलवे फाटक में निर्माणाधीन अण्डरब्रिज की गहराई अधिक होने के चलते मार्ग प्रभावित होने से व्यापारियों को होने वाले परेशानी से अवगत कराते हुए एक मांगपत्र सौंपा गया। साथ ही उक्त विषय पर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर सार्थक पहल की मांग की। इस पर अधिकारियों ने इस विषय पर रेलवे के अधिकारियों से चर्चा कर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है।

70- 80 फीसदी दुकानें होंगी प्रभावित: अजय भसीन
चेम्बर के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने जानकारी देते हुए बताया कि, सुपेला रेलवे क्रासिंग पर निर्माणाधीन अण्डरब्रिज की गहराई अधिक होने से उक्त मार्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, जिससे कि दक्षिण गंगोत्री और आकाशगंगा के व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि निर्माण से दक्षिण गंगोत्री का मार्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है जिसमें वर्तमान में नगर निगम भिलाई ने नए प्लाट का आबंटन भी किया है। अण्डरब्रिज निर्माण से सुपेला रेलवे क्रासिंग से लेकर सुपेला चौक तक की लगभग 70- 80 फीसदी दुकानें प्रभावित होंगी। साथ ही आकाशगंगा सहित होलसेल सब्जी मण्डी जाने का भी प्रमुख मार्ग है जो कि पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।

अण्डरब्रिज निर्माण के लिए हो व्यवस्थित वैकल्पिक मार्ग: गारगी शंकर मिश्र
भिलाई चेम्बर अध्यक्ष गारगी शंकर मिश्र ने बताया कि जीई रोड पर फ्लाईओवर के निर्माण से नेशनल हाइवे से सब्जी मण्डी जाने वाला मार्ग भी वन-वे हो गया जो अब ज्यादा उपयोग में नहीं आयेगा, ऐसे में केवल सुपेला चौक से रेलवे क्रासिंग वाला मार्ग ही अधिक उपयोग किया जा रहा है। साथ ही नेशनल हाइवे से दक्षिण गंगोत्री को जोड़ने वाला 20 फीट का मार्ग भी ट्रैफिक कंट्रोल कर पाने के लिए पर्याप्त नहीं है, यदि उसे वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग में लाये जाने पर विचार किया जा रहा है। इसलिए अण्डरब्रिज निर्माण के लिए व्यवस्थित वैकल्पिक मार्ग एवं नक्शे में संशोधन किया जाये, जिससे कि दक्षिण गंगोत्री औऱ आकाशगंगा के व्यापारियों को व्यापार संचालन में ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े। प्रतिनिधिमण्डल में विनय सिंह, परमानंद यादव, अनिल सिंह, राहुल व राजेश खुराना शामिल थे।