भिलाई के इंजीनियर शिवांग चंद्राकर की हत्या: खेत में मिला नरकंकाल शिवांग का ही…DNA रिपोर्ट से खुलासा

भिलाई। शिवांग चंद्राकर मामले में बड़ा अपडेट आया है। महीनेभर से लापता शिवांग चंद्राकर की हत्या हुई थी। पिछले दिनों चंदखुरी गांव के खेत में एक नरकंकाल मिला था। वो शिवांग चंद्राकर का है। डीएनए रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। जब नरकंकाल मिला था, तब पुलिस कान्फिडेंस में नहीं थी।

डीएनए सैंपल के लिए भेजा गया। जिसकी रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। इससे साबित हो गया है कि इंजीनियर शिवांग चंद्राकर की हत्या हुई थी। शिवांग का शव खेत में मिला था। तब कन्फर्म नहीं था, क्योंकि वो नरकंकाल बन चुका था। शिवांग की खोजबीन के लिए पुलिस ने 6 अलग-अलग टीमें बनाई थी। जो शिवांग को जिंदा ढूंढने में सफल नहीं हो पाई।

अब आखिर शिवांग की हत्या हुई थी, इस बात की पुष्टि हो गई है। हैरानी की बात तो ये है कि अब तक इस मामले में पुलिस को कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। आखिर किसने शिवांग को मौत के घाट उतारा? क्या दुश्मनी थी? आखिर ऐसी क्या रंजिश थी कि शिवांग की हत्या हो गई? इन तमाम बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। अब पुलिस आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। पुलिस का दावा है कि कुछ न कुछ इनपुट मामले से संबंधित मिल जाएंगे। जिससे खुलासा हो जाएगा कि शिवांग की हत्या किसने की है?

शिवांग का मिला था खेत में नरकंकाल…
आपको बता दें कि पुलिस को सिर की खोपड़ी, सोल्डर के दो हड्डी और कुछ अवशेष मिले थे। पुलिस ने इसे डीएनए के लिए भेजा। जिसके लिए शिवांग के माता-पिता का भी ब्लड सैम्पल लिया गया था। कंकाल और माता-पिता का ब्लड पूरी तरह मैचिंग हो गई है। मामले में पुलगांव पुलिस ने धारा-302 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच में लिया है।

फॉर्म हाउस से लौटा नहीं शिवांग…
पुलिस ने बताया कि मरोदा सेक्टर (जे) क्वाटर नंबर 10 सी निवासी शिवांग चंद्राकर अपने फार्म हाउस से घर आने के लिए 6 दिसंबर की शाम को निकला था। उसके बाद से घर नहीं पहुंचा था। उसकी बाइक चंदखुरी स्थित उनके फार्म हाउस के थोड़े से आगे में खड़ी मिली।

बाइक से शिवांग का पर्सनल बैग, मोबाइल समेत हेलमेट भी नहीं मिल पाया है। परिजनों के मुताबिक शिवांग के मोबाइल में रात 12 बजे तक कॉल की रिंग जा रही थी। लेकिन किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं किया।

27 दिन पहले मिला था कंकाल
5 जनवरी को चंदखुरी भाठा में एक कंकाल मिलने पर शिवांग से इसे जोड़कर देखा जा रहा था लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर पा रही थी। मगर डीएनए रिपोर्ट आने के बाद से पुलिस के हाथ पांव फूलने लगे हैं। शिवांग की बाइक को उसके जीजा ने देखा था। मिली जानकारी के मुताबिक शिवांग चंद्राकर की बाइक घटनास्थल के पास उसके जीजा ने देखा था।

उन्होने बाइक को देख संदेह किया कि शिवांग शौच के लिए गया होगा। जब देर रात घर नहीं पहुंचने पर रात 10 बजे उसके मोबाइल पर कॉल किया गया लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। सुबह 7 दिसंबर को घटना की सूचना परिजनों ने पुलिस को दी। उसके बाद से शिवांग का मोबाइल स्वीच ऑफ ही रहा है। पुलिस को घटनास्थल से शिवांग की घड़ी भी मिली थी।

50 हजार रुपए इनाम की घोषणा की थी पुलिस ने
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीएन मीणा ने शिवांग का पता बताने पर 50 हजार के ईनाम की घोषणा भी घोषणा की थी। वहीं परिजनों ने सूचना देने वाले को 2 लाख रुपए इनाम की घोषणा की थी।

इसके बाद 6 जनवरी को एक नर कंकाल चंद्रखुरी के खार में पाया गया, जिसने इस केस की दिशा को पूरी तरह से बदल दिया है। अब डीएनए रिपोर्ट में यह बात साबित हो गई है कि वह नरकंकाल शिवांग का है।

शिवांग का है नरकंकाल: एएसपी
एडिशनल एसपी संजय कुमार ध्रुव ने बताया कि, डीएनए की रिपोर्ट आ गई है। कंकाल शिवांग का ही है। मृतक के माता-पिता का ब्लड सैम्पल लिया गया था। रिपोर्ट में पूरी तरह मेल खा रहा है। धारा-302 के तहत जुर्म दर्ज कर आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई है।

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