अहिवारा, दुर्ग। दो दिन पहले अहिवारा नगर पालिका को नया अध्यक्ष मिलने के बाद अगली ही सुबह नगर में बुलडोजर चलाने की घटना सामने आई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई नगर पालिका के सीएमओ के द्वारा कराई गई थी। जैसे ही यह जानकारी मिली कि बुलडोजर और जेसीबी मार्केट क्षेत्र में पहुंच चुकी हैं, युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष अमन सिंह को इसकी सूचना मिली। इसके बाद अमन सिंह और अहिवारा के युवाओं ने घनश्याम होटल और ओम इलेक्ट्रानिक्स में हो रहे बुलडोजर का विरोध किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान बुलडोजर चालक और अधिकारी मौके से गायब हो गए।

अमन सिंह, इकरार ख़ान, वीरेंद्र पाल, पदम जैन, रमेश दस, अभिषेक गिरी, हनी दास, शेखर साहू, साहिल ख़ान, कीर्ति मून, प्रवीण रेड्डी, लक्की सिंह और अन्य युवा पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे। जानकारी के अनुसार, लगभग 4 घरों को तोड़ा गया था। युवाओं ने इन परिवारों के साथ बैठक की और अगले दिन नगरपालिका के सीएमओ का घेराव करने का निर्णय लिया।

इस बैठक में एक गरीब परिवार के साथ खड़े होने का निर्णय लिया गया, जिसके घर की छत टूट चुकी थी और जिनके तीन बेटियां है। अमन सिंह और इकरार ख़ान ने उनके बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली और उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 26,000 रुपये का सहयोग दिया। इसमें से 10,000 रुपये अमन सिंह, 10,000 रुपये इकरार ख़ान, 2,000 रुपये शेखर साहू, 3,000 रुपये प्रवीण रेड्डी और 1,000 रुपये मुरली कृष्णा द्वारा प्रदान किए गए।
