भिलाई। नगर पालिका परिषद जामुल में सियासी संकट है। शहर सरकार की कुर्सी खतरे में बताई जा रही है। क्योंकि प्रेसिडेंट इन काउंसिल को अचानक भंग कर दिया गया है। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष ईश्वर ठाकुर की अनुसंशा पर सीएमओ ने आदेश जारी कर दिया है। अब सवाल ये है कि अचानक पूरी पीआईसी को क्यों भंग किया गया है? चर्चा है कि पालिका अध्यक्ष ईश्वर ठाकुर से कुछ पीआईसी व भाजपा पार्षद नाराज चल रहे हैं। आपसी मनमुटाव की वजह से पीआईसी को भंग कर दिया गया है। वहीं चर्चा तो यह भी है कि अब अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है। अगर अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ गए और शहर सरकार गिर गई तो भाजपा के लिए मुश्किल हो जाएगा। अब देखने वाली बात ये है कि इस डैमेज को कैसे कंट्रोल भाजपा करती है?
वहीं इस पूरे एपिसोड पर कांग्रेस की निगाहें है। कांग्रेस के नेता इस पर नजरें टिकाए हुए हैं। उन्हें लगता है कि यह शुभ अवसर है। तोड़-फोड़ करके शहर सरकार बना लिया जाए। वैसे ये राजनीति है, यहां कुछ भी असंभव नहीं है। कुछ भी हो सकता है। भाजपा के पार्षद टूट सकते हैं या फिर पालिका अध्यक्ष ही टूट जाए? ये तो वक्त बताएगा। लेकिन इस सियासी संकट को समय रहते दूर नहीं किया गया तो आने वाले समय में मुश्किलें हो सकती है। आपको बता दें कि, यहां पिछले साल ही चुनाव हुआ था। जिसमें भाजपा के ईश्वर ठाकुर को 12 पार्षदों का समर्थन प्राप्त हुआ था। जिनके दम पर अध्यक्ष थे। उसके बाद से मनमुटाव की स्थिति जारी है। चार पीआईसी खासे नाराज बताए जा रहे हैं।
जामुल में सियासी संकट: अचानक प्रेसिडेंट इन काउंसिल भंग…BJP पार्षदों में मनमुटाव, कांग्रेस मौके को भुनाने में लगी
