रायपुर। रायपुर में एक सुनियोजित लूट गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने त्वरित और साहसिक कार्रवाई की, जिससे शहरवासियों के बीच जागरूकता फैलने के साथ ही अपराधियों के मनसूबे पर पानी फेर दिया गया। “बुलाती है मगर जाने का नहीं” – यह कहावत अब इस मामले में सही साबित हुई, जहां आरोपियों ने मासूमों को अपने झांसे में लेकर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया, लेकिन पुलिस की तत्परता और कड़ी कार्रवाई ने अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

रायपुर में पुलिस ने एक सुनियोजित लूट गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस वाला होने का झांसा देकर लोगों से लूटपाट की और कई बार इस तरीके से अपराध को अंजाम दिया। गिरोह में दो महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। इन अपराधियों का तरीका अत्यंत शातिर था, जिसमें पहले पीड़ितों को झांसे में लेकर उन्हें सुनसान स्थानों पर ले जाया जाता और फिर पुलिस का डर दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया जाता था।
लूट की साजिश: महिलाएं झांसा देकर पीड़ितों को लातीं थीं सुनसान इलाकों में
आरोपी महिलाएं अपने शिकार को झांसा देकर सुनसान जगहों पर ले जाती थीं, जहां उनका साथी अपराधी पहले से तैयार रहता था। वह खुद को पुलिस वाला बताकर पीड़ितों को धमकी देता और उन्हें थाने ले जाने की बात कहता था। इस दौरान मारपीट कर पीड़ितों से लूटपाट की जाती थी।
पुलिस से जुड़ी अफवाह का फायदा उठाया
आरोपी खुद को पुलिस वाला बताकर पीड़ितों को डराते थे। एक घटना में, जब पीड़ित के पास नगदी नहीं थी, तो आरोपियों ने ऑनलाइन भुगतान के जरिए 8 हजार रुपये भी ट्रांसफर कराए। यह दर्शाता है कि इन आरोपियों ने न केवल शारीरिक बल का प्रयोग किया, बल्कि डिजिटल तरीके से भी अपराध को अंजाम दिया।
साजिश का पर्दाफाश: यश प्रजापति ने रचाई थी लूट की योजना
इस लूट की घटना की साजिश में एक अन्य आरोपी यश प्रजापति का हाथ था, जिसने अपने परिचित राघव मिश्रा का मोबाइल नंबर देकर इस अपराध की योजना बनाई। महिला आरोपी अन्नु अग्रवाल ने राघव मिश्रा से वाईफाई लगवाने के बहाने संपर्क किया और उसे एक सुनसान स्थान पर बुलाया। वहां उसे एक अन्य आरोपी खुशबू तिवारी से मिलवाया गया, जहां राघव को लूट का शिकार बनाया गया।
मारपीट और धमकी: चाकू की नोक पर लूट की घटना
जब राघव मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे, तो उसे कुछ गड़बड़ का अहसास हुआ और वह बाहर जाने की कोशिश करने लगा। उसी वक्त आरोपी प्रदीप सिंग और मदन सोना वहां पहुंचे और राघव के साथ मारपीट की। उन्होंने खुद को पुलिस वाला बताकर राघव को धमकाया और चाकू की नोक पर 8 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए।
आरोपियों की गिरफ्तारी: पुलिस की कड़ी कार्रवाई
इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी यश प्रजापति से पूछताछ की और उसकी जानकारी पर कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने अपने अपराध को स्वीकार किया है। इन सभी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जाएगा।
गिरफ्तार आरोपी:
- प्रदीप सिंग बोपाराय (32 साल) – रायपुर के टाटीबंध निवासी
- यश प्रजापति (23 साल) – रायपुर के कबीर नगर निवासी
- मदन सोना (38 साल) – रायपुर के कोटा निवासी
- खुशबू तिवारी (33 साल) – रायपुर के हीरापुर निवासी
- अन्नु अग्रवाल (35 साल) – रायपुर के डुमर तालाब निवासी
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या इन आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ भी इस प्रकार के अपराध किए हैं।