IG अमरेश मिश्रा के निर्देश पर साइबर फ्रॉड के खिलाफ रायपुर रेंज साइबर पुलिस का बड़ा एक्शन: 6 अलग-अलग मामलों में कुल 9 आरोपी गिरफ्तार… सिम स्वैपिंग, क्रिप्टोकरेंसी और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी; पीड़ितों के खाते में वापस आ रहा पैसा

रायपुर। रायपुर रेंज पुलिस ने साइबर अपराधों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सिम स्वैपिंग, क्रिप्टोकरेंसी निवेश और शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले 6 मामलों में कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को पुणे, मुंबई, नासिक, दुर्ग, महासमुंद, बिलासपुर और रायपुर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों में 6 लाख रुपए की होल्ड रकम वापस पीड़ितों के खातों में ट्रांसफर कर दी है। साथ ही, जांच के दौरान रेंज साइबर थाना रायपुर ने आरोपियों के खातों में होल्ड की गई 4.21 करोड़ रुपए की रकम की वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा अन्य बैंक खातों में होल्ड की गई 30 करोड़ रुपए की राशि का विश्लेषण जारी है।

अमरेश मिश्रा, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज

पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज, अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में रेंज साइबर थाना रायपुर ने साइबर अपराधों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की है। मिश्रा ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने और ठगी की रकम की जप्ती के लिए तकनीकी साक्ष्य एकत्र करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद रायपुर साइबर थाना ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया और ठगी की रकम को वापस करने की प्रक्रिया शुरू की। उनके नेतृत्व में साइबर अपराध के खिलाफ यह कठोर कदम उठाया गया है।

ठगी के विभिन्न मामलों की जानकारी

  1. केस 1: प्रार्थी अनिमेष तिवारी ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर 99 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपी समीर थोरात (पुणे, महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया गया।
  2. केस 2: प्रार्थी अभिषेक अग्रवाल ने 2.5 करोड़ रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट की थी। आरोपी मयूरेश गांगुर्दे (नासिक, महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया गया।
  3. केस 3: प्रार्थी निशांत जैन ने 29 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट की थी। आरोपी आकाश भालेराव (नासिक, महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया गया।
  4. केस 4: प्रार्थी नवीन कुमार ने 1.39 करोड़ रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट की थी। आरोपी अजय तिडके (महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया गया।
  5. केस 5: प्रार्थी चमन लाल साहू ने सिम स्वैपिंग की ठगी की रिपोर्ट की थी। आरोपियों मेराज आलम और नौशाद अंसारी (दुर्ग और बिलासपुर) को गिरफ्तार किया गया।
  6. केस 6: प्रार्थी निकिता पवार ने क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर 21 लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट की थी। आरोपियों रविंदर सिंह चावला (महासमुंद), दीपक टीलवानी (रायपुर), और तरुण नचरानी (तेलीबांधा) को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी

साइबर अपराध पर रोकथाम के लिए अहम दिशा-निर्देश

  1. कभी भी फर्जी कॉल्स का जवाब न दें, खासकर यदि कोई TRAI द्वारा फोन डिस्कनेक्ट करने की बात करता है।
  2. यदि कोई कुरियर कंपनी आपको पैकेज की जानकारी देती है और आपसे नंबर दबाने को कहे, तो इसे नजरअंदाज करें।
  3. पुलिस अधिकारी बनकर आधार, पैन या बैंक डिटेल्स मांगने वालों से सावधान रहें, ये घोटाले हो सकते हैं।
  4. ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में किसी भी तरह के दबाव में न आएं और तुरंत 1930 पर साइबर पुलिस से संपर्क करें।

साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, रायपुर रेंज पुलिस साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी और आम जनता से भी अपील करती है कि वे ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें।

साइबर ठगी से बचने के उपाय

  • कभी भी किसी अनजान व्यक्ति से व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
  • अगर कोई आपको उधारी, निवेश या पैसे के बारे में कॉल करता है, तो उस पर संदेह करें।
  • किसी भी कॉल, संदेश या ऑनलाइन लिंक से जुड़ी जानकारी से सावधान रहें।
  • अपनी डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी संदिग्ध मामले में साइबर पुलिस से संपर्क करें।

यदि आप साइबर अपराध का शिकार होते हैं तो तुरंत स्थानीय साइबर पुलिस या हेल्पलाइन 1930 पर रिपोर्ट करें।