भिलाई। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां हो गई हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होगा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। अयोध्या में राम कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया है। मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार है। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर योगी सरकार ने भी अपनी तैयारी तेज कर ली है।
वही भिलाई नगर निगम के पूर्व सभापति व भाजपा नेता राजेंद्र अरोरा ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करना कांग्रेस के हिंदुत्व विरोधी और भगवान राम विरोधी चेहरे को उजागर करता है। 550 साल बाद देशवासियों के लिए गौरवशाली क्षण 22 जनवरी को आने वाला है जब प्रभु राम अपने जन्म स्थान पर फिर से विराजमान होंगे। अयोध्या में ट्रस्ट द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कांग्रेस को भी नेवता भेजा था, लेकिन इस नेवता को कांग्रेस ने ठुकरा दिया है। राजेंद्र अरोरा ने कहा कि प्रारंभ से ही कांग्रेस हिंदुत्व और भगवान राम की विरोधी रही है।
कांग्रेस के बड़े नेता भगवान राम को काल्पनिक बताते रहे, समय-समय पर कांग्रेस के लोगों ने मंदिर जाकर हिंदु होने का ड्रामा भी किया। आज जब पूरा देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर उल्लास के वातावरण में डूबा है और 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राम दीपावली मनाने आतुर है तब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, श्रीमती सोनिया गांधी और अधिररंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराकर कांग्रेस के हिंदुत्व विरोधी और राम विरोधी चेहरे को उजागर कर दिया है। अरोरा ने कहा कि कांग्रेस के इस निर्णय के हिसाब आने वाले समय में देश की जनता अवश्य लेगी।